माइक्रोसॉफ्ट के एक्टिविजन ब्लिजार्ड अधिग्रहण पर लगी रोक, 5.68 लाख करोड़ रुपये की है डील
क्या है खबर?
माइक्रोसॉफ्ट को बड़ा झटका देते हुए एक अमेरिकी अदालत ने कंपनी को गेमिंग दिग्गज एक्टिविजन ब्लिजार्ड का अधिग्रहण करने से रोक दिया है।
माइक्रोसॉफ्ट 5.68 लाख करोड़ रुपये से अधिक में गेमिंग दिग्गज एक्टिविजन ब्लिजार्ड के अधिग्रहण के सौदे के करीब थी।
अदालती फैसले में कहा गया है कि खरीद पर रोक लागू रखना जरूरी है। जज के मुताबिक, फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) के अनुरोध पर अदालत इस खरीद पर लंबे समय की रोक पर विचार कर रही है।
मामला
FTC ने की थी खरीद पर रोक की मांग
एक दिन पहले ही FTC ने कोर्ट से कहा था कि माइक्रोसॉफ्ट को एक्टिविजन ब्लिजार्ड की खरीद को पूरा करने से रोका जाए, क्योंकि इस मामले में नियामकीय कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है।
FTC ने फाइलिंग में कहा कि अंतरिम नुकसान को रोकने के लिए शुरुआत में ही रोक लगाना जरूरी है।
फाइलिंग में यह भी कहा गया कि यह पता लगाया जाएगा कि यह अधिग्रहण अमेरिकी एंटीट्रस्ट कानून का उल्लंघन तो नहीं करता।
सुनवाई
माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख ने कही ये बात
फैसले के मुताबिक, सबूतों पर सुनवाई के लिए 22 जून और 23 जून की तारीख निर्धारित थी। इस सौदे पर FTC सुनवाई अगस्त में तय की गई है।
FTC के तर्कों को सुनने के बाद जज इस बात पर फैसला लेंगे कि क्या यह डील अवैध है और इस डील को माइक्रोसॉफ्ट से आगे क्यों बढ़ना चाहिए।
माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख ब्रैड स्मिथ ने सोमवार को कहा, "हम कोर्ट में अपना केस पेश करने के अवसर का स्वागत करते हैं।"
गेम
माइक्रोसॉफ्ट बनना चाहती है तीसरी बड़ी गेमिंग फर्म
चीन की टेनसेंट और जापानी कंपनी सोनी के प्लेस्टेशन अभी गेमिंग के मामले में दिग्गज कंपनियां हैं। एक्सबॉक्स की मालिक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट एक्टिविजन ब्लिजार्ड को खरीदकर गेमिंग रेवेन्यू के मामले में दुनिया की तीसरी बड़ी गेमिंग फर्म बनना चाहती है।
माइक्रोसॉफ्ट के सौदे को यूरोपीय संघ (EU) से हरी झंडी मिली हुई है, लेकिन ब्रिटेन के कॉम्पिटिशन और मार्केट अथॉरिटी (CMA) ने अप्रैल में इस तर्क पर डील को रोक दिया कि इससे क्लाउड गेमिंग में प्रतिस्पर्धा को नुकसान होगा।
चिंता
माइक्रोसॉफ्ट-एक्टिविजन ब्लिजार्ड डील पर रेगुलेटर्स की चिंता
एक्टिविजन ब्लिजार्ड एक ब्रिटिश कंपनी है। इसने कॉल ऑफ ड्यूटी जैसा लोकप्रिय गेम बनाया है।
रेगुलेटर्स को इस बात की चिंता है कि माइक्रोसॉफ्ट के एक्टिविजन ब्लिजार्ड अधिग्रहण से गेमिंग मार्केट में प्रतिस्पर्धा को चोट पहुंच सकती है और गेमिंग में इसका एकाधिकार हो सकता है।
FTC ने यह भी तर्क दिया था कि इस डील से माइक्रोसॉप्ट के एक्सबॉक्स को एक्टिविजन गेम तक खास एक्सेस मिल जाएगा और इससे निटेंडो कंसोल, सोनी प्लेस्टेशन को खतरा हो सकता है।