L&T के चेयरमैन ने सप्ताह में 90 घंटे काम करने की कही बात, हुई आलोचना
क्या है खबर?
लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन ने एक वीडियो में कर्मचारियों से सप्ताह में 90 घंटे और रविवार को भी काम करने का सुझाव दिया, जिससे उन्हें सोशल मीडिया पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
वीडियो में उन्होंने कहा कि घर समय बिताने से कोई फायदा नहीं और कर्मचारियों को ऑफिस आकर काम करना चाहिए।
उन्होंने चीनी लोगों की कार्य नैतिकता का उदाहरण देकर कहा कि चीन इसी वजह से अमेरिका से आगे निकल रहा है।
प्रतिक्रिया
कर्मचारियों और यूजर्स की प्रतिक्रिया
कर्मचारियों और सोशल मीडिया यूजर्स ने सुब्रह्मण्यन के बयान की कड़ी आलोचना की। एक यूजर ने इसे "गुलामी को बढ़ावा देने" वाला कहा, तो दूसरे ने "कंपनी की खराब कार्य संस्कृति" की ओर ध्यान दिलाया।
L&T में काम करने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि कर्मचारियों को लंबे घंटे काम करने के बावजूद कम वेतन मिलता है और छुट्टियां सीमित हैं।
एक अन्य यूजर ने सुझाव दिया कि कंपनियां काम के घंटे के अनुसार वेतन बढ़ाएं और अलग-अलग विकल्प दें।
मानसिक स्वास्थ्य
मानसिक स्वास्थ्य और कार्य संतुलन पर चर्चा
बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब कार्य-जीवन संतुलन पर चर्चा बढ़ रही है। जुलाई, 2024 में एक कर्मचारी की नौकरी से जुड़े तनाव के कारण हुई मौत ने कार्य संस्कृति के मुद्दे को उजागर किया था।
लोगों ने पूछा कि क्यों CEO, जो उच्च वेतन पाते हैं, कम वेतन वाले कर्मचारियों से समान मेहनत की उम्मीद करते हैं। यूजर्स ने यह भी कहा कि लंबे काम के घंटे कर्मचारियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं।
सवाल
L&T की कार्य संस्कृति पर सवाल
सुब्रह्मण्यन के बयान ने L&T की कार्य संस्कृति को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं।
कुछ कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी में 6.5 दिन काम करना पड़ता है और वेतन भी कम मिलता है। पहली साल की छुट्टियां इतनी कम होती हैं कि कर्मचारी घर नहीं जा सकते।
रिपोर्ट्स के अनुसार, 50-60 प्रतिशत कर्मचारी पहले साल में ही नौकरी छोड़ देते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी बयानबाजी से नियोक्ता और कर्मचारियों के बीच दरार बढ़ सकती है।