अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भारत की विकास दर 8.4 प्रतिशत रही
क्या है खबर?
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने गुरुवार को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के आंकड़े जारी किए हैं। इसमें भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) विकास दर 8.4 प्रतिशत दर्ज किया गया।
यह आंकड़ें अक्टूबर से दिसंबर के बीच तिमाही के हैं। पिछले वर्ष समान तिमाही में यह दर 4.3 प्रतिशत थी।
वित्त वर्ष 2023-24 में 7.6 प्रतिशत विकास दर रहने का अनुमान है, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 7 प्रतिशत थी।
विकास
अर्थशास्त्रियों ने लगाया था 6.6 प्रतिशत विकास दर रहने का अनुमान
बिजनेस स्टैंडर्ड के मुताबिक, अर्थशास्त्रियों को अनुमान था कि दिसंबर के अंत तक की तिमाही में 6.6 प्रतिशत की विकास दर दर्ज की जाएगी, लेकिन सरकारी आंकड़े इससे अच्छे आए हैं।
दैनिक भास्कर के मुताबिक, अप्रैल से अक्टूबर तक आय के मुकाबले ज्यादा खर्च करने के मामले में वित्तीय घाटा बजट बढ़कर 8.04 प्रतिशत हुआ है, जबकि वित्तीय घाटे का लक्ष्य 17.86 लाख करोड़ रुपये है।
विकास दर में तेजी का असर वस्तुओं के दामों पर भी पड़ेगा।
तेजी
उम्मीद से ज्यादा विकास की क्या रही वजह?
GDP विकास दर में उम्मीद से ज्यादा तेजी को देखकर अर्थशास्त्री भी हैरान हैं। उन्होंने इसका कारण विनिर्माण के क्षेत्र में बढ़ोतरी को बताया है।
इस तिमाही विनिर्माण क्षेत्र में 11.6 प्रतिशत की तेजी देखी गई, वहीं निर्माण क्षेत्र भी 9.5 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ता दिखा।
दोनों क्षेत्रों में बढ़ोतरी के अलावा शहरी खपत में तेजी और उच्च सरकारी खर्च से भी GDP में वृद्धि देखी गई है।