फ्लिपकार्ट-वालमार्ट डीलः सचिन और बिन्नी बंसल को आयकर विभाग का नोटिस
भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के संस्थापक सचिन बंसल और बिन्नी बंसल को आयकर विभाग की तरफ से नोटिस भेजा गया है। विभाग ने इन दोनों को इसी साल मई में हुई वालमार्ट-फ्लिपकार्ट डील में आमदनी का खुलासा करने को कहा है। इन दोनों के अलावा फ्लिपकार्ट के 35 अन्य शेयरधारकों को भी ऐसे ही नोटिस भेजे गए हैं। बता दें कि बिन्नी और सचिन बंसल के पास फ्लिपकार्ट में अभी भी 5 प्रतिशत से ज्यादा शेयर हैं।
कैपिटल गैन और लेनदारियों की मांगी जानकारी
आयकर विभाग ने अपने नोटिस में सचिन और बिन्नी से इस डील में मिली राशि, कैपिटल गैन, टैक्स लेनदारियां और उनके भुगतान के तरीके के बारे में जानकारी मांगी है। नोटिस मिलने के सवाल पर बिन्नी ने कहा, "शेयर की बिक्री और एडवांस टैक्स की पेमेंट को लेकर पूछताछ की गई है। यह कुछ महीने पहले हुआ और मैं इसका जवाब दे चुका हूं।" दूसरे शेयरधारकों ने भी विभाग के नोटिस का जवाब देना शुरू कर दिया है।
वालमार्ट को भी भेजा गया नोटिस
आयकर विभाग ने इस मामले में वालमार्ट को नोटिस भेजकर पूछा है कि फ्लिपकार्ट के साथ हुई डील में फ्लिपकार्ट के 46 शेयरधारकों को कितना मुनाफा हुआ था। वालमार्ट ने नोटिस का जवाब दिया है, लेकिन आयकर विभाग इस जवाब से संतुष्ट नहीं है। विभाग ने कंपनी से फ्लिपकार्ट के शेयरधारकों के भुगतान के समय काटे गए टैक्स के ब्रेक-अप की जानकारी मांगी है। इस नोटिस के बाद वालमार्ट ने विभाग को Rs. 7,439 करोड़ रुपये बतौर टैक्स चुकाए हैं।
फ्लिपकार्ट-वालमार्ट डील
ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिकार्ट सिंगापुर में रजिस्टर्ड है। इस साल मई में फ्लिपकार्ट सिंगापुर और वालमार्ट होल्डिंग्स के बीच हुई डील में वालमार्ट ने $16 बिलियन में फ्लिपकार्ट के 77 प्रतिशत शेयर खरीदे थे। इस डील के बाद वालमार्ट, फ्लिपकार्ट में सबसे बड़ी हिस्सेदार हो गई है। वालमार्ट अब फ्लिपकार्ट में $2 अरब की नई शेयर पूंजी लगाएगी ताकि फ्लिपकार्ट के कारोबार का विस्तार किया जा सके। वालमार्ट को शेयर बेचने से पहले ईबे और सॉफ्टबैंक फ्लिपकार्ट के शेयरधारक थे।