
फ्लिपकार्ट का खर्च आधा करने की तैयारी, बोर्ड ने CEO कल्याण कृष्णमूर्ति को दिए निर्देश
क्या है खबर?
फ्लिपकार्ट के बोर्ड ने CEO कल्याण कृष्णमूर्ति से कंपनी के मासिक खर्च को आधा करने को कहा है।
फिलहाल फ्लिपकार्ट हर महीने करीब 340 करोड़ रुपये खर्च करती है, जिसे घटाकर लगभग 170 करोड़ रुपये करने का निर्देश दिया गया है।
यह कदम कंपनी की लागत को कम करने और भारत में संभावित IPO की तैयारी के तहत उठाया गया है। ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनी अपना मुख्यालय भी सिंगापुर से भारत में लाने की तैयारी कर रही है।
खर्च
तेजी से बढ़ते खर्च और चुनौती
फ्लिपकार्ट ने क्विक-कॉमर्स सेवा 'फ्लिपकार्ट मिनट्स' के जरिए तेजी से डिलीवरी देने की योजना बनाई है, जिसके लिए कंपनी 500 डार्क स्टोर खोलना चाहती है।
इस योजना में भारी खर्च आएगा, लेकिन बाजार में टिके रहने के लिए यह जरूरी है। फ्लिपकार्ट को ब्लिंकिट, जेप्टो और स्विगी इंस्टामार्ट जैसी कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है।
ऐसे में कंपनी को एक ओर खर्च घटाना है और दूसरी ओर प्रतिस्पर्धा में भी मजबूती से बने रहना है।
राजस्व
घाटा घटा और राजस्व बढ़ा
फ्लिपकार्ट की मार्केटप्लेस शाखा फ्लिपकार्ट इंटरनेट ने वित्त वर्ष 2023-24 में 21 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज की है और इसका राजस्व 17,907 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
कंपनी का घाटा भी 41 प्रतिशत घटकर 2,358 करोड़ रुपये रह गया है। यह सुधार विज्ञापन से हुई आमदनी की वजह से हुआ है।
हालांकि, जेप्टो जैसी कंपनियों का खर्च भी बहुत ज्यादा है, लेकिन फ्लिपकार्ट का कारोबार उनसे कहीं बड़ा है, जिससे उसका घाटा कम करने का प्रयास हो सकता है।