प्रोजेक्ट निंबस के खिलाफ हजारों छात्र, गूगल-अमेजन में काम नहीं करने की ली शपथ
प्रोजेक्ट निंबस के कारण 1,000 से अधिक छात्रों ने टेक दिग्गज कंपनी गूगल और अमेजन में काम नहीं करने की प्रतिज्ञा की है। वायर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, तकनीकी कर्मचारियों का एक संगठन नो टेक फॉर अपार्थाइड (NOTA) तकनीकी कंपनियों से इजरायल सरकार के साथ अपने अनुबंधों को समाप्त करने की मांग कर रहा है। इसी संगठन ने अपने प्रयासों से 1,100 से अधिक छात्रों को शपथ दिलाई है कि वह गूगल और अमेजन में काम नहीं करेंगे।
क्या है प्रोजेक्ट निंबस?
प्रोजेक्ट निंबस के तहत गूगल और अमेजन ने इजरायल सरकार और सेना को क्लाउड कंप्यूटिंग, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेवाएं प्रदान करने के लिए 1.2 अरब डॉलर (लगभग 100 अरब रुपये) का अनुबंध किया है। दुनिया की 2 बड़ी टेक कंपनियों के रूप में गूगल और अमेजन साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स (STEM) स्नातकों के सबसे बड़े कर्मचारियों में से हैं। शपथ लेने वाले छात्रों में सैन फ्रांसिस्को विश्वविद्यालय समेत कई अन्य प्रमुख विश्वविद्यालयों के छात्र शामिल हैं।
NOTA पहले भी करती रही है विरोध
यह पहली बार नहीं है जब NOTA ने इजरायल के साथ तकनीकी कंपनियों के साझेदारी का विरोध किया हो। इससे पहले गूगल के दर्जनों कर्मचारियों के साथ मिलकर NOTA ने साझेदारी का विरोध किया था, जिसके बाद गूगल ने अपने कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल भी दिया था। गूगल के प्रवक्ता ने इस बात से इनकार करते रहे हैं कि कंपनी का निंबस प्रोजेक्ट हथियारों या खुफिया सेवाओं से संबंधित अत्यधिक संवेदनशील, वर्गीकृत या सैन्य मामलों से संबंधित है।