आपका कितना डाटा स्टोर करती हैं इंटरनेट कनेक्टेड कारें और इसे कौन देख सकता है?
क्या है खबर?
भारत में इंटरनेट कनेक्टेड कारों का चलन बढ़ गया है। अब मोबाइल ऐप्स के माध्यम से कारों को बहुत से कमांड दिए जा सकते हैं। इसके लिए कार का सिस्टम लगातार आपके फोन से डाटा इकट्ठा करते रहता है।
क्या आप जानते हैं कि कार के पास आपके बारे में क्या-क्या जानकारी होती है और कौन इस डाटा का उपयोग कर सकता है?
इसलिए आज हम इससे जुड़ी पूरी जानकारी आपके लिए लेकर आए हैं।
जानकारी
कार कैसे करती है डाटा इकट्ठा?
जब आप अपनी कार के साथ अपने स्मार्टफोन को कनेक्ट करते हैं तो ऐप्स ऑटोमैटिक ही आपके फोन से सबमिट की गई सारी जानकारी को कार से कनेक्ट कर देती हैं।
इसके अलावा कार में लगे इंफोटेनमेंट सिस्टम के द्वारा किये गए किसी भी तरह के काम की जानकारी भी कार के सिस्टम में इकट्ठा होती रहती है।
ये सारी जानकारियां कार निर्माता के पास बने आपके प्रोफाइल में इकट्ठी होते रहती हैं।
डाटा स्टोर
किस तरह के डाटा को किया जाता है स्टोर?
स्टोर डाटा में आपकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे आपका नाम, नाम, पता, फोन नंबर, ईमेल, भुगतान की जानकारी, ड्राइविंग लाइसेंस, कार के एप्लिकेशन से सेव की गई और फोन से स्कैन की गई जानकारी होती।
इसके अलावा नेविगेशन सिस्टम से खोजे गए स्थान, आपकी मौजूदा लोकेशन, कार की हिस्ट्री जैसे- फ्यूल की खपत, बैटरी की स्थिति, इंफोटेनमेंट सिस्टम डाटा, स्पीड हिस्ट्री, ओडोमीटर रीडिंग सहित टेलीमैटिक्स लॉग डाटा जैसे लगभग सारे डाटा को स्टोर किया जाता है।
जानकारी
कौन-कौन देख सकते हैं आपका डाटा?
कानूनी तरीके से कार निर्माता आपके इन सारे डाटा का रिकॉर्ड भी रखते हैं और इन्हे देख भी सकते हैं। चूंकि आप उनकी कार फीचर्स का उपयोग करते हैं इसलिए बेहतर सर्विस के लिए उन्हे इसका रिकार्ड रखना अनिवार्य हो जाता है।
इसके साथ ही थर्ड पार्टी के रूप में कार निर्माता जरूरत पड़ने पर पुलिस को भी इसकी जानकारी दे सकते हैं।
आपके द्वारा अप्रूव्ड किये गए एप्लिकेशन को भी इसे देखने का हक है।
उपाय
इस तरह करें अपने डाटा को सेफ
अपने पर्सनल डाटा को हैकर्स से बचाने के लिए हमेशा ऐप्स का सीमित मात्रा में उपयोग करें।
कार को बेचने से पहले इसके सिस्टम से सारी इंफोर्मेशन को डिलीट करना न भूलें।
साथ ही जब भी इस तरह के फीचर्स का उपयोग करें तो इसे क्लाउड सर्विस से डिसकनेक्ट करके रखें ताकि आपकी जानकारी सिर्फ कार के सिस्टम में ही स्टोर रहें।
किसी भी एप्लिकेशन को परमिशन देने से पहले इसके सारे टर्म्स और कंडीशन को अच्छे से पढें।