गाड़ी की लंबी लाइफ के लिए निश्चित समय पर बदलते रहें ये पांच पार्ट्स
क्या है खबर?
बिना किसी झंझट और रखरखाव वाली एक लो मेंटेनेस कार चलना किसे पसंद नहीं है, पर क्या आप जानते हैं कि इन गाड़ियों में भी कुछ पार्ट्स को एक निश्चित समय के बाद बदलने की जरूरत होती है।
ये पार्ट्स होते तो बहुत मामूली से हैं, लेकिन परेशानी का कारण बन सकते हैं। इसलिए आज हम ऐसे पार्ट्स की लिस्ट लेकर आए हैं, जिन्हे समय-समय पर बदलते रहने से आपकी गाड़ी की लाइफ लंबी बनी रहेगी।
नीचे हैं पूरी लिस्ट।
#1
बैटरी है गाड़ी की जान
बैटरी कार की वो महत्वपूर्ण पार्ट है जिसके बिना गाड़ी को स्टार्ट भी नहीं किया जा सकता है।
आमतौर पर हमारा ध्यान बैटरी पर तब जाता है जब बैटरी डेड होने से गाड़ी स्टार्ट नहीं होती।
हालांकि, गाड़ी बैटरी बदलने का संकेत पहले ही देने लगती है जैसे-हेडलाइट का डीम होना और बैटरी से चलने वाले फीचर्स का काम नहीं करना।
एक औसत बैटरी को चार से पांच साल के बाद बदलने की जरूरत होती है।
#2
ब्रेक्स के साथ न लें रिस्क
किसी भी गाड़ी में लगे ब्रेक्स जीवनरक्षक से कम नहीं होते हैं। गाड़ी चलाते समय सबसे ज्यादा दवाब ब्रेक्स पर ही पड़ता है, इसलिए इसकी समय-समय पर जांच कर इसे बदलने की जरूरत होती है।
ब्रेक पैड को बदलने की कोई समय सीमा नहीं है लेकिन एक सामान्य ब्रेक पैड को 25,000 किमी या दो साल के बाद जरूर से बदलें। साथ ही अच्छे मैकेनिक से इसकी नियमित जांच कराते रहें।
#3
गाड़ी का मास्क है इसका एयर फिल्टर
जिस तरह से प्रदूषण से बचने के लिए हम अपने मुंह पर मास्क, कपड़ा आदि का इस्तेमाल करते हैं, ठीक उसी तरह एयर फिल्टर कार के लिए मास्क का काम करता है।
यह बाहर की धूल भरी हवा को इंजन तक पहुंच कर फ्यूल में मिलने से रोकता है।
ज्यादातर समय इसकी सफाई से ही काम बन जाता है, पर जरूरत पड़ने पर इसे रिप्लेस कराना भी चाहिये। एक्सपर्ट के मुताबिक, हर एक साल में इसे बदलना चाहिए।
#4
टायर ग्रिप से बनाएं मजबूत पकड़
हम सभी जानते हैं कि एक अच्छे ग्रिप वाले टायर से रोड पर गाड़ी की पकड़ और मजबूत हो जाती है, लेकिन बहुत से लोग घिसे हुए टायर के साथ भी ड्राइविंग जारी रखते हैं। ये न सिर्फ ड्राइविंग को और खतरनाक बना देते हैं बल्कि इससे टायर फटने के चांस भी बढ़ जाते हैं।
इसलिए कोशिश करें कि हर पांच साल में टायरों को उनकी कंडीशन के अनुसार बदलें। आजकल बहुत सी कंपनी टायर एक्सचेंज का ऑफर देती हैं।
#5
कूलिंग सिस्टम फ्लश रखता आपकी गाड़ी को ठंडा
कूलिंग सिस्टम फ्लश आपकी गाड़ी के इंजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह आपकी गाड़ी को ठंडा रखने में मदद करता है साथ ही ऐंटीफ्रीज का भी काम करता है, जिससे गाड़ी का इंजन कई वर्षों तक सुचारू रूप से चल पता है।
आमतौर पर इसे 40,000 किलोमीटर से लेकर 1.29 लाख किलोमीटर तक की दूरी तय करने पर बदलने की सलाह दी जाती है, पर गाड़ी अगर इतनी न भी चली हो तो दो साल में इसे जरूर बदलें।