हीरो, होंडा और यामाहा ने बढ़ाए अपने दोपहिया वाहनों के दाम, जानें क्या होंगी नई कीमतें
क्या है खबर?
अप्रैल से कई दोपहिया वाहन निर्माता कंपनियों ने अपनी गाड़ियों के दाम बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसमें हीरो मोटोकॉर्प, होंडा टू-व्हीलर्स इंडिया और यामाहा जैसी कंपनियों के नाम शामिल हैं।
एक तरफ जहां हीरो ने 2,000 रुपये तक की बढ़ोतरी की है, वहीं यामाहा ने 4,500 रुपये तक अपने मॉडलों के दाम बढ़ा दिए हैं।
कीमतों में इजाफे के अलावा इनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।
आइये जानते हैं किस कंपनी ने कितने दाम बढ़ाए हैं।
#1
हीरो मोटोकॉर्प
हीरो ने अपने स्कूटरों और मोटरसाइकिलों की कीमतों में अधिकतम 2,000 रुपये तक का इजाफा कर दिया है। यह इजाफा विभिन्न मॉडलों और बाजारों के हिसाब से अलग-अलग होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि हीरो ने हाल ही में डेस्टिनी 125cc स्कूटर भी लॉन्च किया है।
कंपनी ने इसे दो वेरिएंट डेस्टिनी 125 LX और डेस्टिनी 125 VX में पेश किया है और यह CVT गियरबॉक्स के साथ आता है। इसकी कीमत 79,990 रुपये एक्स-शोरूम है।
#2
होंडा
होंडा टू-व्हीलर्स इंडिया ने भारतीय बाजार में अपने उत्पादों की कीमतों में संशोधन किया है। इनमें यूनिकॉर्न, हॉर्नेट 2.0, X-ब्लेड और CB200X मॉडल्स शामिल हैं।
इसके साथ ही यूनिकॉर्न की नई कीमत 1,02,533 रुपये, X-ब्लेड की कीमत 1,14,441 रुपये और हॉर्नेट 2.0 की कीमत 1,34,238 रुपये हो गई है।
बता दें कि होंडा ने पहले ही अपने सबसे ज्यादा बिकने वाले स्कूटर एक्टिवा 125 और एक्टिवा 6G की कीमतों में इजाफा कर दिया है।
#3
यामाहा
यामाहा स्कूटर की कीमतों में 1,600 रुपये से लेकर 3,000 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है, जबकि मोटरसाइकिल्स 4,500 रुपये तक महंगी हो गई हैं।
मोटरसाइकिलों में सबसे ज्यादा FZS 25 मॉडल की कीमत में इजाफा हुआ है। वहीं, R15S मॉडल में सबसे कम 1,500 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
दूसरी तरफ स्कूटर रेंज में एरोक्स 155 को छोड़कर बाकी सभी मॉडल्स 1,600 रुपये से महंगे हो गए हैं, जबकि एरोक्स 155 3,000 रुपये से महंगा हो गया है।
कारण
इस वजह से बढ़ी हैं कीमतें
कंपनियों ने कीमत बढ़ोतरी का कारण कच्चे माल सहित इनपुट लागत में हुए इजाफे को बताया है।
गौरतलब है कि सेमीकंडक्टर की कमी, स्टील, एल्युमीनियम, तांबा, प्लास्टिक और कीमती धातुओं की कीमतों में पिछले एक साल में काफी वृद्धि हुई है।
इस वजह से वाहनों के उत्पादन में आने वाला खर्च काफी बढ़ गया है, परिणामस्वरूप गाड़ियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। हालांकि, टाटा, फोर्ड और जनरल मोटर्स जैसी कंपनियां अब सेमीकंडक्टर चिप बनने के लिए आगे आई हैं।