बांग्लादेश में फिर से अचानक क्यों होने लगे हिंसक प्रदर्शन और बम धमाके?
क्या है खबर?
करीब सालभर पहले हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद बांग्लादेश से एक बार फिर प्रदर्शनों और धमाकों की खबरें आ रही हैं। 10 नवंबर को राजधानी ढाका में कई जगह पर बम धमाके हुए थे। अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के ग्रामीण बैंक के कार्यालय के बाहर भी जोरदार धमाका हुआ। कई अन्य जगहों पर आगजनी की घटनाएं भी हुई हैं, जिसके बाद सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाई गई है।
धमाके
4 दिनों में हुई बम धमाकों की दर्जनों घटनाएं
11 नवंबर की सुबह मोहम्मदपुर में यूनुस की सलाहकार फरीदा अख्तर के कार्यालय के बाहर भी 2 बम फेंके गए। ढाका के धनमंडी इलाके में भी अज्ञात लोगों ने 4 बम फेंके, जिनमें से 2 एक अस्पताल के पास और 2 चौराहे पर फटे। ढाका विश्वविद्यालय के पास भी एक धमाका हुआ, जिसमें 3 लोग घायल हो गए। एक मॉल और एक मैदान में भी धमाके की खबर है, जहां मूवी दिखाई जा रही थी।
आगजनी
बसों और ट्रेन में आगजनी की घटनाएं भी बढ़ीं
धमाकों के अलावा राजधानी और उसके आसपास कई बसों में आग लगा दी गई। ढाका-मयमनसिंह राजमार्ग पर भी बसों को आग के हवाले कर दिया गया। उपद्रवियों ने ढाका के तेजगांव में एक रेलगाड़ी के डिब्बे में भी आग लगा दी। इन घटनाओं में हताहतों की सटीक संख्या अभी सामने नहीं आई है। ढाका पुलिस ने अवामी लीग के 44 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। नारायणगंज में पार्टी के 29 नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।
सुरक्षाबल
राजधानी ढाका में भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात
बढ़ती घटनाओं के बीच राजधानी ढाका में भारी संख्या में पुलिस और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) जवानों को तैनात किया गया है। शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने ढाका में बंद का आह्वान किया है। ढाका में आने-जाने वाले लोगों की सख्त जांच की जा रही है। पुलिस ने यह भी दावा किया कि ढाका के पास एक घर से बड़ी मात्रा में देशी बम और पेट्रोल बम बरामद किए गए।
वजह
क्यों बढ़ी हिंसक घटनाएं?
बांग्लादेश में यह सारी घटनाएं ऐसे समय हो रही हैं, जब देश में राजनीतिक उथल-पुथल लगातार बढ़ रही है। 2026 की शुरुआत में देश में चुनाव होना है, उससे पहले राजनीतिक सरगर्मी तेज है। इसके अलावा आज यानी 13 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय क्रिमिनल ट्रिब्यूनल (ICT-BD) पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई भी करेगा। माना जा रहा है कि आज कोर्ट हसीना को सजा सुनाने की तारीख तय कर सकता है।
बयान
शेख हसीना के भारत से दिए बयान पर विवाद
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद शेख हसीना भारत में शरण लिए हुए है। हाल ही में एक समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में उन्होंने बांग्लादेश के हालात और युनूस की सरकार पर तीखे प्रहार किए थे। इससे बांग्लादेश आगबबूला हो गया और उसने ढाका में भारत के उप-उच्चायुक्त पवन बदेह को तलब किया है। बांग्लादेश ने भारतीय राजनयिक से कहा कि शेख हसीना की मीडिया तक पहुंच को तुरंत रोका जाए।