कोरोना: ओमिक्रॉन वेरिएंट से जुड़ी तीन गलत सूचनाओं को लेकर WHO ने किया आगाह
क्या है खबर?
पिछले कुछ दिनों से कई देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शनिवार को कहा कि गलत सूचनाओं समेत कई कारणों से मामले बढ़ रहे हैं। संगठन ने महामारी को लेकर चल रही गलत सूचनाओं पर चिंता भी व्यक्त की है।
बता दें कि बीते हफ्तों में चीन समेत कई एशियाई और यूरोपीय देशों में दैनिक मामलों में तेज उछाल देखने को मिल रहा है।
बयान
संगठन ने क्या कहा?
संगठन की तकनीकी प्रमुख मारिया वेन खेर्खोव ने कहा कि महामारी खत्म हो गई, ओमिक्रॉन वेरिएंट से लोग बीमार नहीं होते और यह कोरोना का आखिरी वेरिएंट है, जैसी गलत जानकारियों के कारण वायरस फैल रहा है।
उन्होंने कहा कि लोगों के बीच बहुत सी गलत जानकारियां फैल रही हैं। इसकी वजह से भ्रम की स्थिति बन रही है।
वैक्सीनेशन की जरूरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इससे लोग गंभीर रूप से बीमार होने से बच रहे हैं।
कोरोना संकट
सबसे अधिक संक्रामक है BA.2
खेर्खोव ने कहा कि ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट BA.2 अभी तक का सबसे संक्रामक वेरिएंट लग रहा है। बड़े स्तर पर इसमें BA.1 की तुलना में गंभीरता पर ज्यादा बदलाव नहीं देखे गए हैं। हालांकि, मामले बढ़ने के लिए कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या बढ़ेगी और इससे मरने वालों का आंकड़ा बढ़ेगा।
संगठन यह भी साफ कर चुका है कि महामारी का दौर अभी खत्म होने से बहुत दूर है।
कोरोना वायरस
बीते सप्ताह 8 प्रतिशत बढ़े नए मामले
13 मार्च को समाप्त हुए सप्ताह में वैश्विक स्तर पर कोरोना मामलों की संख्या 8 प्रतिशत उछाल देखा गया।
7 से 13 मार्च तक दुनियाभर में 1.1 करोड़ मामले सामने आए और करीब 43,000 मौतें हुईं। यह जनवरी के बाद का सबसे बड़ा उछाल है।
एशिया की बात करें तो चीन, हांगकांग, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया जैसे देशों में मामले बढ़ रहे हैं। चीन ने संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के कारण कई शहरों में लॉकडाउन लगा दिया है।
कोरोना महामारी
बड़े संकट की शुरुआत करार दे चुका है WHO
WHO के अनुसार, ओमिक्रॉन वेरिएंट के सब वेरिएंट BA.2 के तेज प्रसार और कम होती पाबंदियों के चलते मामलों में तेजी देखी जा रही है।
संगठन के प्रमुख डॉ टेड्रोस अधेनोम ग्रैबेयसस ने चेताते हुए कहा कि कई देशों में टेस्टिंग कम होने के बाद भी यह इजाफा देखा जा रहा है। इसका मतलब है कि यह एक बड़े संकट की शुरुआत है।
उन्होंने वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार को भी मामले बढ़ने की एक वजह बताई है।
कोरोना संकट
अफ्रीका और यूरोप में भी तेज हुई संक्रमण की रफ्तार
अफ्रीका में भी नए मामलों में 12 प्रतिशत और मौतों में 14 प्रतिशत का उछाल देखा गया है। इसी तरह यूरोप में नए मामले 2 प्रतिशत बढ़े हैं, लेकिन यहां मौतें नहीं बढ़ी हैं।
कई जानकारों ने अनुमान जताया है कि यूरोप में महामारी की नई लहर दस्तक दे रही है।
दरअसल, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, स्विट्जरलैंड, ब्रिटेन और नीदरलैंड में इस महीने की शुरुआत से नए मामलों में इजाफा देखा जा रहा है।
महामारी की वैश्विक स्थित
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 46.97 करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 60.71 लाख लोगों की मौत हुई है।
सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 7.97 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 9.71 लाख लोगों की मौत हुई है।
दूसरे सबसे अधिक प्रभावित देश भारत में 4.30 करोड़ संक्रमितों में से 5.16 लाख और तीसरे सबसे अधिक प्रभावित देश ब्राजील में 2.96 करोड़ संक्रमितों में से 6.57 लाख मरीजों की मौत हुई है।