#NewsBytesExplainer: क्या है USAID, जिसकी कथित फंडिंग ने भारत में राजनीतिक भूचाल ला दिया है?
क्या है खबर?
अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (USAID) ने भारत में राजनीतिक भूचाल ला दिया है।
एलन मस्क के नेतृत्व वाले अमेरिका के सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) ने USAID द्वारा दी जाने वाली फंडिंग पर रोक लगा दी है। इस दौरान मस्क ने खुलासा किया कि USAID ने भारत में मतदान बढ़ाने के लिए 182 करोड़ रुपये दिए थे।
इसके बाद चुनावों में कथित विदेशी हस्तक्षेप को लेकर भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने है।
आइए USAID के बारे में जानते हैं।
usaid
क्या है USAID?
USAID अमेरिका की विदेशी सहायता एजेंसी है। इसकी मदद से अमेरिका दुनियाभर के कई देशों की आर्थिक मदद करता है।
यह एजेंसी भारत समेत दुनिया के कई देशों में अरबों की मदद बांटती है। USAID के 100 से अधिक देशों में मिशन हैं और 60 से अधिक देशों में कार्यालय हैं, जिनमें 10,000 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं।
ये गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य सेवाएं, टीकाकरण, खाद्यान्न, शिक्षा और मानवीय सहायता से जुड़े कार्यक्रम चलाता है।
स्थापना
कब और क्यों की गई थी USAID की स्थापना?
1961 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने 'अलायंस फॉर प्रोग्रेस' नामक संस्था की स्थापना की थी। इसकी स्थापना करने की एक वजह शीत युद्ध के दौरान सोवियत संघ से मुकाबला करना भी थी।
इसके बाद 1961 में ही अमेरिकी संसद में एक कानून पारित कर एक ऐसी स्थायी एजेंसी बनाई गई, जो पूरी दुनिया में अमेरिकी विदेश नीति को आगे बढ़ाए। इस तरह USAID अस्तित्व में आई।
1998 में इसे स्वतंत्र एजेंसी का दर्जा दिया गया।
भारत
USAID भारत की किन-किन क्षेत्रों में सहायता करता है?
USAID भारत में स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण, स्वच्छ ऊर्जा, पानी और स्वच्छता जैसे क्षेत्रों में मदद करता है।
इसकी मदद से भारत में 8 कृषि विश्वविद्यालय, 14 इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित किए गए हैं। देश का पहला भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर भी USAID मदद से स्थापित किया गया था।
जनवरी, 2021 तक USAID 6 राज्यों में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पहलों और कई शहरों में सुरक्षित पेयजल, स्वच्छता और स्वच्छता पहलों को वित्तपोषित कर रही थी।
मदद
USAID से भारत को कितनी मदद मिलती है?
अमेरिका के फॉरेन असिस्टेंस पोर्टल के मुताबिक, पिछले 4 साल में भारत को USAID से 65 करोड़ डॉलर की मदद मिली है। 2001 से लेकर अबतक भारत को 2.86 अरब डॉलर की मदद मिली है।
2020 में भारत को 8.32 करोड़ डॉलर, 2021 में 9.43 करोड़ डॉलर, 2022 में 22.82 करोड़ डालर, 2023 में 17.57 करोड़ डॉलर और 2024 में 15.19 करोड़ डॉलर की मदद मिली है।
USAID से सबसे ज्यादा मदद के मामले में भारत तीसरे स्थान पर है।
विवाद
USAID की फंडिंग को लेकर क्या है विवाद?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मानना है कि USAID के जरिए अमेरिकी करदाताओं का पैसा बेवजह के कामों में लगाया जा रहा है।
ट्रंप ने राष्ट्रपति बनते ही USAID के तहत दी जाने वाली वित्तीय सहायता पर 90 दिन की रोक लगा दी थी और इसके 2 शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को निकाल दिया था।
DOGE प्रमुख एलन मस्क ने कहा था कि USAID को 'कट्टर वामपंथी सनकी' चला रहे हैं, जो बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं।
भारत
हालिया विवाद पर भारत का क्या कहना है?
भारत में मतदान बढ़ाने के लिए USAID द्वारा की गई 182 करोड़ रुपये की कथित फंडिंग मामले को केंद्र सरकार ने 'बेहद परेशान करने वाला' बताया है। भारत ने कहा है कि वो मामले की जांच कर रहा है।
वहीं, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, ''अगर 21 मिलियन डॉलर देश में आ सकते हैं तो यह भाजपा के चेहरे पर तमाचा है।'
भाजपा ने कांग्रेस पर विदेशी ताकतों के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया है।