
यूक्रेन के साथ युद्धविराम के लिए तैयार व्लादिमीर पुतिन, लेकिन रखीं ये 3 बड़ी शर्तें
क्या है खबर?
सऊदी अरब में यूक्रेन और अमेरिका के बीच युद्धविराम को लेकर चर्चा हुई थी।
इसके बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने कहा था कि वे रूस के साथ अमेरिका द्वारा प्रस्तावित 30-दिवसीय युद्धविराम को स्वीकार करने के लिए तैयार है।
अब खबर आई है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कथित तौर पर समझौता स्वीकार करने से पहले 3 बड़ी मांगें रखी हैं। कहा जा रहा है कि वे इन मांगों पर झुकने को तैयार नहीं हैं।
मांग
क्या है पुतिन की मांग?
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन ने मांग की है कि यूक्रेन तटस्थता के लिए औपचारिक तरीके से प्रतिबद्धता जताएगा, NATO में शामिल होने की किसी भी इच्छा को छोड़ेगा और रूस द्वारा कब्जा किए गए क्षेत्रों को मान्यता देगा।
दरअसल, पुतिन यूक्रेन के चार बड़े क्षेत्रों- डोनेट्स्क, लुहांस्क, खेरसॉन, और जापोरीजिया पर पूर्ण नियंत्रण चाहते हैं।
वहीं, पुतिन ने यूक्रेन में यूरोप के शांति सैनिकों की तैनाती को भी अस्वीकार कर दिया है।
बैठक
सऊदी अरब के जेद्दा में हुई थी बैठक
यूक्रेन में युद्धविराम को लेकर सऊदी अरब के जेद्दाह में यूक्रेनी और अमेरिकी प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई थी। इसमें अमेरिका के विदेश सचिव मार्को रूबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वॉल्ट्ज शामिल हुए थे।
बैठक में फैसला लिया गया था कि युद्धविराम पूरे युद्धक्षेत्र पर लागू होगा और अमेरिका रूस को इसके लिए मनाने का प्रयास करेगा।
इसके अलावा यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी दोबारा मिलेगी और दोनों के बीच खनिज समझौता जल्द पूरा किया जाएगा।
बयान
बैठक के बाद अमेरिका और यूक्रेन ने क्या कहा था?
जेलेंस्की ने कहा था, "प्रस्ताव स्वीकार करने के लिए यूक्रेन तैयार है। अब अमेरिका की जिम्मेदारी है कि वह रूस को राजी करे। जैसे ही मॉस्को सहमति देगा, युद्धविराम लागू हो जाएगा।"
वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था, "यूक्रेन सहमत हो गया है और उम्मीद है कि रूस भी सहमत होगा। हम बाद में उनसे (रूसी प्रतिनिधि) से मिलने जा रहे हैं। उम्मीद है कि हम एक समझौता करने में सक्षम होंगे। मुझे लगता है कि युद्धविराम बहुत महत्वपूर्ण है.।"
ब्रिटेन
यूक्रेन को लेकर ब्रिटेन भी करने जा रहा बैठक
यूक्रेन को लेकर 15 मार्च को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने समान विचारधारा वाले सहयोगियों के साथ एक बैठक बुलाई है। इसका उद्देश्य युद्धविराम समझौते पर पहुंचने की स्थिति में भविष्य में रूसी आक्रामकता को रोकने के लिए रणनीति तैयार करना है।
अधिकारियों का कहना है कि इसमें 30 देश भाग ले सकते हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री स्टार्मर ने ट्रंप से आग्रह किया है कि वे सुनिश्चित करें कि सऊदी अरब वार्ता के सकारात्मक परिणाम निकले।