सऊदी अरब: 12 दोषियों को दी गई मौत की सजा, अधिकांश का तलवार से सिर काटा
अपनी कठोर सजाओं के लिए चर्चित सऊदी अरब पिछले 10 दिन में 12 दोषियों को मौत की सजा दे चुका है। इनमें से अधिकांश दोषियों का तलवार से सिर काटा गया। ड्रग्स से संबंधित मामलों में ये सजाएं दी गई हैं और लगभग दो साल के अंतराल के बाद ये पहली बार है जब देश में ड्रग्स संबंधी मामले में किसी को मौत की सजा दी गई है। शुक्रवार को एक और दोषी को मौत की सजा दी जाएगी।
मौत की सजा पाने वाले दोषियों में विदेशी नागरिक भी शामिल
ब्रिटिश अखबार द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, मौत की सजा पाने वाले इन 12 दोषियों में से तीन पाकिस्तान, चार सीरिया, दो जॉर्डन और तीन सऊदी अरब के नागरिक थे। सभी दोषी पुरुष थे और उन्हें ड्रग्स से संबंधित अहिंसक मामलों में मौत की सजा सुनाई गई थी। जॉर्डन नामक एक 13वें दोषी को भी स्पेशल विंग में ट्रांसफर कर दिया गया है और उसे शुक्रवार को मौत की सजा दी जाएगी।
सऊदी अरब में इस साल मौत की सजा में हुई है बड़ी वृद्धि
बता दें कि सऊदी अरब में इस साल मौत की सजा में वृद्धि देखी गई है। जॉर्डन के साथ ही इस साल मृत्यु दंड पाने वाले दोषियों की संख्या कम से कम 132 हो जाएगी जो 2020 और 2021 दोनों के जोड़ से भी अधिक है। मार्च में ही देश में 81 लोगों को एक साथ मौत की सजा दी गई थी। इनमें हत्या से लेकर आतंक फैलाने जैसे मामलों के दोषी शामिल थे।
सऊदी सरकार के मृत्यु दंड कम करने का वादा करने के बावजूद हो रही वृद्धि
गौरतलब है कि सऊदी अरब सरकार के मृत्यु दंड में कमी लाने का वादा करने के बावजूद मौत की सजा में ये वृद्धि आई है। 2018 में देश के युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने वादा किया था कि उनके प्रशासन ने मृत्यु दंड को केवल हत्या जैसे संगीन मामलों तक ही सीमित रखने की कोशिश की है। इसके बाद 2020 में ड्रग्स और अन्य अहिंसक अपराधों के लिए मौत की सजा को खत्म करने का वादा भी किया गया था।
विशेषज्ञों ने बताया मृत्यु दंड बढ़ने का कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि पत्रकार जमाल खशोगी की सऊदी दूतावास में हत्या के मामले में अंतरराष्ट्रीय दबाव को कम करने के लिए सऊदी अरब ने मृत्यु दंड कम करने का वादा किया था। सऊदी अरब मानवाधिकार आयोग के अनुसार, देश में दशकों में सबसे कम 27 लोगों को मृत्यु दंड दिया गया था। युवराज सलमान पर खशोगी की हत्या का आदेश देने का आरोप लगता है और अब उनकी परेशानी कम होने पर मृत्यु दंड फिर बढ़ने लगे हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
युवराज मोहम्मद बिन सलमान रूढ़िवादी समाज के लिए चर्चित सऊदी अरब के आधुनिकीकरण में लगे हुए हैं। उनका लक्ष्य तेल के निर्यात से होने वाले राजस्व पर देश की निर्भरता कम करना है। इसके अलावा उनके विजन 2030 के मद्देनजर महिलाओं को गाड़ी चलाने से लेकर अन्य कई तरीके के कड़े नियमों में ढील दी गई है। महिलाओं को अपनी पसंद से शादी करने और बिना अभिभावकों की इजाजत के विदेश यात्रा पर जाने संबंधी अधिकार भी दिए गए हैं।