रूस ने पहली बार यूक्रेन पर दागी इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल, कितना नुकसान हुआ?
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध खतरनाक मोड़ पर पहुंच सकता है। यूक्रेन की वायुसेना ने दावा किया है कि रूस ने यूक्रेन पर एक शक्तिशाली अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (IBM) दागी है। युद्ध शुरू होने के बाद यह पहली बार है जब रूस ने यूक्रेन के खिलाफ ICBM का इस्तेमाल किया है। इससे पहले यूक्रेन ने रूस के शहरों को अमेरिका और ब्रिटेन में निर्मित मिसाइलों से निशाना बनाया था।
रूस ने कई अन्य मिसाइलों से भी किया हमला
यूक्रेनी वायुसेना के मुताबिक, रूस ने अलग-अलग मिसाइलों के जरिए मध्य-पूर्वी शहर द्निप्रो को निशाना बनाया है। बयान के मुताबिक, "विशेष रूप से रूस के अस्त्राखान क्षेत्र से एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया गया है। इसके अलावा एक मिग-31K लड़ाकू विमान से एक Kh-47M2 'किंजल' एरोबैलिस्टिक मिसाइल भी दागी गई है। Tu-95MS विमानों से 7 Kh-101 क्रूज मिसाइलें भी दागी गई हैं। इनमें से 6 को यूक्रेनी वायुसेना ने मार गिराया।"
हमलों से कितना नुकसान हुआ?
कीव इंडीपेंडेंट के मुताबिक, गवर्नर सेरही लिसाक ने बताया कि हमले में एक कारखाने क्षतिग्रस्त हुआ है शहर में 2 जगह आग लग गई है। हमले में विकलांग लोगों के लिए एक पुनर्वास केंद्र भी क्षतिग्रस्त हो गया है। अभी तक कम से कम 2 लोगों के घायल होने की खबर है। हालांकि, ये नहीं पता है कि ये लोग ICBM हमले में घायल हुए या किसी और मिसाइल के।
यूक्रेन ने दागी थीं अमेरिकी मिसाइलें
19 नवंबर को यूक्रेन ने रूस पर पहली बार अमेरिकी मिसाइल दागी थीं। रूस ने कहा था कि यूक्रेन ने अमेरिका से मिली लंबी दूरी की मिसाइलें उसके इलाके में दागी हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि यूक्रेन ने 19 नवंबर की सुबह ब्रियांस्क इलाके में लंबी दूरी वाली 6 आर्मी टेक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) मिसाइलें दागी थीं। रूस ने इनमें से 5 मिसाइलों को मार गिराने का दावा किया था।
यूक्रेन को लैंड माइंस देगा अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन को एंटी पर्सनल लैंड माइंस देने का फैसला किया है। अमेरिकी रक्षा विभाग के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। अधिकारी ने कहा कि यूक्रेन इन माइंस का इस्तेमाल अपनी सीमा में ही कर सकेगा। इससे पहले अमेरिका ने यूक्रेन को ATACMS मिसाइलों से रूस पर हमले की मंजूरी दी थी। इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से जुड़े नियम में बदलाव किया है।
अलर्ट हुए रूस और यूक्रेन से सटे देश
रूस और यूक्रेन से सेट देश नॉर्वे, फिनलैंड और डेनमार्क ने अपने नागरिकों से जरूरी सामानों का स्टॉक रखने और सैनिकों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। नॉर्वे ने अपने नागरिकों को यूक्रेन युद्ध को लेकर आगाह किया है। स्वीडन ने अपने नागरिकों को परमाणु युद्ध के दौरान विकिरण से बचाने में इस्तेमाल होने वाली आयोडीन की गोलियां रखने के निर्देश दिए हैं। अमेरिका ने यूक्रेन की राजधानी कीव में अपना दूतावास बंद कर दिया है।