LOADING...

मुल्ला अब्दुल गनी बरादर: खबरें

मुल्ला अब्दुल गनी बरादर अफगानिस्तान में 2021 में बनी तालिबान सरकार का उप प्रधानमंत्री है और उसी ने दोहा में अमेरिका के साथ तालिबान की वार्ता का नेतृत्व किया था। वह तालिबान के उन चार संस्थापक सदस्यों में शामिल है जिन्होंने 1994 में तालिबान का गठन किया था। वह तालिबान के सबसे बड़े नेता रहे मुल्ला मोहम्मद उमर का सबसे भरोसेमंद साथी था और संगठन का दूसरा सबसे बड़ा नेता था। बरादर 1996-2001 तालिबान शासन के दौरान अफगानिस्तान का उप रक्षा मंत्री भी रहा है। फरवरी, 2010 में अमेरिका और पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने एक संयुक्त अभियान में उसे कराची से गिरफ्तार किया और वह लगभग आठ साल जेल में बंद रहा।

अफगानिस्तान: तालिबान नेता मुल्ला बरादर को बंधक बनाया गया- रिपोर्ट

अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान के भीतर जारी संघर्ष थमा नहीं है।

आपसी झड़प में मुल्ला गनी बरादर के मारे जाने की खबरें, तालिबान ने कीं खारिज

तालिबान ने आपसी झड़प में अपने उप प्रधानमंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के मारे जाने की खबरों को खारिज किया है। संगठन के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने ट्वीट करते हुए कहा कि बरादर के मारे जाने या जख्मी होने की खबरें पूरी तरह से झूठी हैं।

कौन है अफगानिस्तान का गृह मंत्री और FBI का 'मोस्ट वांटेड' सिराजुद्दीन हक्कानी?

तालिबान ने मंगलवार रात को अपनी अंतरिम सरकार का ऐलान कर दिया। इसमें हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख सिराजुद्दीन हक्कानी को कार्यवाहक गृह मंत्री का पद दिया है।

तालिबान ने किया कार्यवाहक सरकार का ऐलान, हसन अखुंद प्रधानमंत्री तो बरादर को बनाया उप प्रधानमंत्री

तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा करने के 23 दिन बाद आखिरकार अपनी कार्यवाहक सरकार का ऐलान कर दिया है।