इस्माइल हानिया की हत्या के बाद ईरान में खलबली, सैन्य अधिकारी समेत दर्जनों लोग गिरफ्तार
हमास की राजनीतिक विंग के मुखिया इस्माइल हानिया की हत्या के बाद ईरान की खूब किरकिरी हो रही है। जिसके बाद ईरान ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है। खबर है कि ईरान ने जासूसों और सैन्य अधिकारियों समेत करीब 2 दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में उच्च पदस्थ खुफिया अधिकारी, सैन्यकर्मी और उस गेस्ट हाउस के कर्मचारी शामिल हैं, जहां हानिया की हत्या हुई थी। आइए पूरी खबर पर नजर डालते हैं।
गेस्ट हाउस के CCTV फुटेज खंगाल रही टीम
2 ईरानी अधिकारियों के अनुसार, जासूसी के लिए रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) की विशेष खुफिया इकाई ने जांच का जिम्मा संभाला है और संदिग्धों की तलाश की जा रही है। जांचकर्ता गेस्ट हाउस के महीनों पुराने CCTV फुटेज खंगाल रहे हैं और अंदर आने-जाने वाले हर व्यक्ति का डेटा निकाला जा रहा है। इसके अलावा, संपत्ति के रिकॉर्ड और तेहरान के अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाई अड्डों की निगरानी की जा रही है।
वरिष्ठ अधिकारियों के सुरक्षा प्रोटोकॉल में भी बदलाव
एक IRGC अधिकारी ने कहा कि उन्हें किसी गिरफ्तारी की जानकारी तो नहीं है, लेकिन हाल के दिनों में वरिष्ठ अधिकारियों के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल पूरी तरह से बदल दिए गए हैं। कुछ अधिकारियों को स्थानांतरित कर दिया गया है और अन्य के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बदल दिए गए हैं। 2 सूत्रों ने संकेत दिया कि ईरान का मानना है कि हत्या की योजना बनाने, मदद करने और उसे अंजाम देने वाले लोग अभी भी ईरान में ही हैं।
हत्या से ईरान की छवि को धक्का
ईरानी धरती पर हानिया की हत्या को ईरान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इससे संदेश गया है कि ईरान के प्रमुख सहयोगी और VIP नेता उसी के घर में सुरक्षित नहीं है। घटना से ईरान की सुरक्षा खामियां भी उजागर हुई है और संदेश गया है कि वो सुरक्षित इलाके में राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण जैसे समारोह के दौरान साजिश को नहीं रोक पाया। ऐसे में अब ईरान पर बदला और जिम्मेदारों पर कार्रवाई का दबाव है।
अमेरिका ने बढ़ाई सैन्य तैनाती
अटकलें हैं कि ईरान इजरायल पर हमला कर सकता है। इसे देखते हुए अमेरिका ने मध्य-पूर्व में सैन्य तैनाती बढ़ाई है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने क्षेत्र में लड़ाकू विमान और विमान वाहक पोत तैनात करने का फैसला किया है। पेंटागन ने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने ईरान और उसके सहयोगियों के संभावित हमलों से इजराइल की रक्षा करने और अमेरिकी सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पश्चिम एशिया में सैन्य उपस्थिति बढ़ाने का निर्णय लिया है।
30 जुलाई को हुई थी हानिया की हत्या
30 जुलाई को ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान का शपथ ग्रहण समारोह था। इसमें शामिल होने के लिए हानिया तेहरान गए थे। रात में वे तेहरान के एक गेस्टहाउस में ठहरे हुए थे, जिसकी सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी ईरान की सेना के पास होती है। रात करीब 2 बजे धमाका हुआ, जिसमें हानिया की मौत हो गई। पहले खबर थी कि करीब 4 घंटे बाद हानिया की हत्या की औपचारिक घोषणा की गई।