
#NewsBytesExplainer: अमेरिका के टैरिफ का कैसे जवाब दे रहे हैं देश, भारत का क्या रुख है?
क्या है खबर?
अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद से ही डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ को लेकर आक्रामक रुख अपना रहे हैं।
उन्होंने पड़ोसी देशों से लेकर बेहद करीबी देशों तक पर टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है। इनमें कनाडा, मेक्सिको, यूरोपीय संघ (EU) समेत भारत भी शामिल है। कई देशों ने इसके जवाब में अमेरिका पर भी टैरिफ लगाए हैं।
आइए जानते हैं देश ट्रंप के टैरिफ युद्ध का जवाब कैसे दे रहे हैं।
कनाडा
कनाडा ने कैसे दिया जवाब?
ट्रंप की टैरिफ नीति का सबसे ज्यादा असर कनाडा पर पड़ा है। 4 मार्च को ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको से आने वाले सामानों पर 25 प्रतिशत आयात शुल्क लगाया है।
इसके बाद अमेरिका ने अमेरिका-मेक्सिको-कनाडा समझौते (USMCA) को भी अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया।
इसके जवाब में कनाडा ने करीब 1.8 लाख करोड़ कीमतों के अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगा दिया।
कनाडा के कुछ राज्यों ने अमेरिकी शराब की ब्रिकी रोक दी और बिजली निर्यात पर टैरिफ लगाया।
चीन
चीन क्या कर रहा है?
3 फरवरी को अमेरिका ने चीन पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया था। इसके जवाब में चीन ने अमेरिका के कोयले और प्राकृतिक गैस पर 15 प्रतिशत और कच्चे तेल और दूसरे सामानों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया।
3 मार्च को ट्रंप ने चीनी वस्तुओं पर टैरिफ 10 प्रतिशत और बढ़ा दिया। इसके जवाब में चीन ने 10 मार्च को चिकन, गेहूं, मक्का और कपास पर 15 प्रतिशत और ज्वार, सोयाबीन, फल, सब्जियां और डेयरी उत्पादों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया।
बयान
चीन बोले- अमेरिका के साथ हर तरह के युद्ध के लिए तैयार
चीन ने अमेरिका के टैरिफ को विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों का उल्लंघन बताया है।
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वो अपने हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा।
चीन ने कहा, "अगर अमेरिका को युद्ध चाहिए, चाहे वह टैरिफ हो, व्यापार हो या कोई अन्य प्रकार का आर्थिक टकराव तो हम इसके लिए तैयार हैं और अंत तक लड़ेंगे।"
चीन ने ये भी कहा था कि उसे धमकी देना काम नहीं आएगा।
यूरोपीय संघ
यूरोपीय संघ की ये है तैयारी
यूरोपीय संघ (EU) पर अभी टैरिफ लागू नहीं हुए हैं, लेकिन ट्रंप ने कहा है कि वो EU पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे। ये 2 अप्रैल से लागू हो जाएंगे।
इसके जवाब में EU ने 26 बिलियन यूरो के जवाबी टैरिफ की घोषणा की है। ये 1 अप्रैल से 13 अप्रैल के बीच प्रभावी होगा, जो नाव, बाइक, स्टील और एल्यूमीनियम जैसे उत्पादों पर लगेगा।
EU की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने टैरिफ को 'अनुचित व्यापार प्रतिबंध' बताया है।
भारत
भारत का रुख क्या है?
ट्रंप ने भारत को बहुत ज्यादा टैरिफ वाला देश बताया है और कई बार आलोचना की है।
2 अप्रैल से जिन देशों पर टैरिफ लागू होने जा रहे हैं, उनमें भारत का भी नाम है।
ट्रंप ने दावा किया कि भारत टैरिफ में कटौती पर सहमत हो गया है, लेकिन भारत ने ऐसी किसी भी प्रतिबद्धता से इनकार किया है।
भारत अमेरिका के साथ पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते पर काम कर रहा है।
समझौता
अमेरिका के साथ क्या समझौता कर सकता है भारत?
बीते दिनों हिंदुस्तान टाइम्स ने भारत-अमेरिका के बीच चल रही वार्ता से परिचित लोगों के हवाले से कहा था कि भारत 2 अप्रैल से लागू होने वाले टैरिफ से बच सकता है, क्योंकि दोनों पक्ष टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं सहित एक-दूसरे की चिंताओं को दूर करने के लिए रचनात्मक वार्ता में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं।
अखबार से एक सूत्र ने कहा था कि 2025 की शरद ऋतु तक समझौते का पहला चरण लागू किया जा सकता है।