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दिमाग पर कोरोना वायरस का असर पड़ने के मिले संकेत, बढ़ी चिंता

दिमाग पर कोरोना वायरस का असर पड़ने के मिले संकेत, बढ़ी चिंता

Jul 08, 2020
05:05 pm

क्या है खबर?

दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच एक और चिंताजनक खबर सामने आई है। वैज्ञानिकों को इस बात के संकेत मिले हैं कि यह वायरस दिमाग पर बुरा असर डाल सकता है। वैज्ञानिकों ने बताया कि यह वायरस ऐसी दिमागी बीमारियों का कारण बन सकता है, जिनका इलाज संभव नहीं होगा। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हवा के जरिये कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की सबूत मिलने की बात कही थी।

कोरोना वायरस

ये दिखे दिमागी परेशानी के लक्षण

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं को कोरोना संक्रमित 43 मरीजों के दिमाग में गंभीर समस्याएं देखने को मिली है। इन मरीजों के दिमाग में सूजन है और ये मनोविकृति और बेहोशी में बड़बड़ाने के आदी हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि इन मरीजों का दिमाग काम करना बंद कर सकता है, दिमाग की नसें को नुकसान पहुंच सकता है या इन्हें दौरे पड़ सकते हैं। साथ ही इनमें दिमाग से जुड़ी दूसरी परेशानियां भी देखी जा सकती हैं।

प्रकोप

स्पेनिश फ्लू के बाद वाली स्थिति होने की आशंका

इस बारे में बात करते हुए यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोलॉजी के डॉक्टर माइकल जांडी ने कहा कि कोरोना वायरस कई लोगों के दिमाग पर असर डालेगा। हो सकता है कि 1918 वाली स्थिति हो जाए। दरअसल, 1918 में फैली स्पेनिश फ्लू के बाद दो दशकों तक बड़े पैमाने पर मानसिक बुखार इंसेफेलाइटिस का प्रकोप देखने को मिला था। पहले भी कई स्टडीज में यह बात कही जा चुकी है कि कोरोना वायरस दिमाग पर असर डालता है।

दिमागी परेशानी

वुहान के मरीजों में भी देखे गए थे ऐसे लक्षण

हाल ही में बीबीसी पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, फरवरी में शोधकर्ताओं ने चीन के वुहान में कुछ कोरोना वायरस संक्रमितों पर स्टडी की थी। इसमें पता चला था कि संक्रमण की वजह से दिमाग पर असर हुआ है। बता दें कि वुहान से ही कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत हुई थी। शोधकर्ताओं ने कोरोना संक्रमितों में देखे गए ऐसे लक्षणों को एन्सीफेलोपैथी का संकेत बताया है। एन्सीफेलोपैथी का प्रयोग दिमाग में हुए नुकसान के लिए किया जाता है।

कोरोना वायरस

नुकसान की गंभीरता को लेकर और शोध की जरूरत

दुनियाभर में हुईं 300 से अधिक स्टडीज में सामने आया है कि कोरोना वायरस संक्रमितों को किसी न किसी तरह की दिमागी परेशानियां हो सकती हैं। अमेरिका स्थित हेनरी फोर्ड फाउंडेशन की न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर एलिसा फॉरी कहती हैं, "हम अभी तक नहीं जानते कि कोरोना वायरस से दिमाग को होने वाला नुकसान बाकी वायरस की तुलना में कम है या ज्यादा, लेकिन मैं यह जरूर बता सकती हूं कि कोरोना संक्रमितों में ये लक्षण काफी देखे जा रहे हैं।"

जानकारी

इन वजहों से हो सकती हैं दिमागी परेशानियां

विशेषज्ञों का कहना है कि दिमागी परेशानियों की वजह संक्रमण के कारण इंसानी शरीर में होने वाली ऑक्सीजन की कमी है। वहीं कुछ मानते हैं कि यह वायरस सीधे दिमाग में घुस जाता है।

संक्रमण

दिमाग में वायरस का घुसना हो सकता है खतरनाक

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह वायरस दिमाग में घुसता है और हमारे नर्व सिस्टम पर हमला करता है तो यह फेफड़ों और सांस लेने की प्रणाली में संक्रमण से ज्याता घातक साबित होगा। अब कई देश यह देखने के लिए स्टडी शुरू करने वाले हैं कि उनके यहां कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीजों में दिमागी परेशानी के लक्षण तो नहीं हैं। ऐसे ही एक कार्यक्रम के लिए पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी ने 17 देशों के साथ साझेदारी की है।