
शुभमन गिल की कप्तानी से प्रभावित दिखे युवराज सिंह, बोले- मुझे उन पर गर्व है
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड दौरे पर एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी को 2-2 से बराबरी पर समाप्त किया था। युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने इस सीरीज में भारतीय टीम की कप्तानी की थी। वह पहली बार भारतीय टीम का नेतृत्व कर रहे थे, जिसमें उन्होंने उम्दा प्रदर्शन किया। इस बीच पूर्व भारतीय दिग्गज युवराज सिंह भी गिल की कप्तानी से प्रभावित हुए हैं। आइए जानते हैं उन्होंने गिल की सराहना करते हुए क्या कहा है।
बयान
गिल ने कप्तानी की जिम्मेदारी के बावजूद जोरदार प्रदर्शन किया- युवराज
युवराज इस बात से प्रभावित थे कि युवा कप्तान ने इंग्लैंड में कप्तानी करते हुए दबाव को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। युवराज ने ICC डिजिटल पर '50 डेज टू गो' महिला क्रिकेट विश्व कप कार्यक्रम में कहा, "गिल के विदेशी रिकॉर्ड पर कई सवालिया निशान थे। वह कप्तान बने और उन्होंने 4 टेस्ट शतक बनाए। यह अविश्वसनीय है कि जब आपको जिम्मेदारी दी जाती है, तो आप उसे कैसे संभालते हैं।"
बयान
इंग्लैंड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में युवा टीम ने किया अच्छा प्रदर्शन- युवराज
युवराज ने आगे कहा, "मुझे गिल को लेकर बड़ा गर्व है। इंग्लैंड में जाकर अच्छा खेलना और खुद को साबित करना आसान नहीं है। यह शानदार है क्योंकि मुझे लगता है कि जब आपके पास इंग्लैंड जाने वाली युवा टीम होती है, तो खिलाड़ियों में बहुत दबाव होता है। आप विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों की जगह ले रहे होते हैं, यह आसान बिलकुल नहीं होता है।"
गिल
इंग्लैंड दौरे पर गिल ने किया था कमाल
भारतीय कप्तान गिल ने सीरीज में 5 मुकाबले खेले और इसकी 10 पारियों में 75.40 की उम्दा औसत के साथ 754 रन बनाने में सफल रहे थे। इस बीच उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 269 रन रहा था। उन्होंने 4 शतक भी लगाए था। उन्होंने सीरीज में 1,150 गेंदो का सामना किया। वह सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया था।
सीरीज
2-2 से बराबरी पर समाप्त हुई थी टेस्ट सीरीज
भारत को सीरीज के पहले हेडिंग्ले टेस्ट में 5 विकेट से शिकस्त मिली थी। इसके बाद दूसरे एजबेस्टन टेस्ट को भारत ने 336 रन से जीतते हुए सीरीज में बराबरी हासिल की थी। वहीं, लॉर्ड्स में खेला गया तीसरा टेस्ट बेहद रोमांचक रहा था, जिसे मेजबान टीम ने 22 रन से जीता था। इसके बाद मैनचेस्टर टेस्ट ड्रॉ रहा था और आखिर में ओवल टेस्ट में भारत को जीत मिली थी।