टेस्ट में बतौर कप्तान धोनी के मुकाबले ज्यादा सफल रहे हैं कोहली, जानिए आंकड़ों में तुलना
क्या है खबर?
भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड का दौरा करना है।
चैंपियनशिप के फाइनल में कप्तान विराट कोहली सबसे ज्यादा टेस्ट मैचों में भारत की अगुवाई करने के एमएस धोनी के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे।
फिलहाल कप्तान के तौर पर धोनी और कोहली ने 60-60 मैच खेले हैं।
हम दोनों कप्तानों की उपलब्धियों पर एक नजर डालते हैं।
कप्तान धोनी
कुंबले के बाद टेस्ट टीम के कप्तान बने थे धोनी
साल 2007 में धोनी ने टी-20 विश्व कप में भारत की कप्तानी की और टीम विश्व विजेता बनी थी। इसके बाद टीम प्रबंधन ने धोनी की काबिलियत को देखते हुए 2008 में उन्हें टेस्ट टीम की कमान सौपीं।
पूर्व दिग्गज अनिल कुंबले के बाद धोनी को टीम का नया कप्तान बनाया गया था।
उस समय टीम में कई अनुभवी और बड़े नाम मौजूद थे, इसके बावजूद धोनी को कप्तान की जिम्मेदारी मिली थी।
कप्तान कोहली
धोनी की विरासत को संभालने में सफल रहे हैं कोहली
भारतीय टीम 2014/15 के ऑस्ट्रेलिया दौरे में थी, जिसमें धोनी ने अचानक से टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इसके बाद विराट कोहली भारतीय टेस्ट टीम के नए कप्तान नियुक्त हुए।
बल्ले से नए आयाम छूने वाले कोहली ने धोनी की विरासत को अच्छे ढंग से आगे बढ़ाया। अपने पांच साल से अधिक टेस्ट कप्तानी के कार्यकाल के बाद फिलहाल कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बन गए हैं।
जानकारी
कप्तानी में की थी दोनों ने दमदार शुरुआत
एक पूर्णकालिक कप्तान के रूप में, धोनी अपनी पहली 10 टेस्ट सीरीज में अजेय (जीत: 7, ड्रा: 3) रहे थे। दूसरी ओर कोहली (जीत: 9, ड्रा: 1) भी पूर्णकालिक कप्तान नियुक्त होने के बाद अपनी पहली 10 सीरीज में अजेय रहे हैं।
शीर्ष पायदान
धोनी और कोहली की कप्तानी में भारत टेस्ट में बना है नंबर वन
धोनी ने दिसंबर 2009 में श्रीलंका को 2-0 से हराकर भारत को नंबर एक टेस्ट टीम बना दिया था। बतौर कप्तान धोनी की यह लगातार तीसरी टेस्ट सीरीज जीत थी। इसके बाद से भारत शीर्ष की टीमों में शूमार रही है।
भारतीय टीम ने 2016 में वेस्टइंडीज को 2-0 से हराकर कोहली के नेतृत्व में इसी तरह की उपलब्धि हासिल की थी। वर्तमान में भी भारत शीर्ष पायदान पर काबिज है।
उपलब्धियां
दोनों कप्तानों द्वारा हासिल की गई उपलब्धियां
अपने-अपने कार्यकाल में दोनों कप्तानों ने कई बेहतरीन उपलब्धियां हासिल की हैं। मंसूर अली खान पटौदी के अलावा धोनी केवल इकलौते भारतीय कप्तान हैं जिन्होंने न्यूजीलैंड में टेस्ट सीरीज जीती है।
इसी तरह 2018 में कोहली ने पहली बार भारत को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जिताई थी। दोनों ही अपनी-अपनी कप्तानी में भारत को टेस्ट में नंबर एक टीम बना चुके हैं और यह उपलब्धि आपस में बांटते हैं।
आंकड़े
दोनों कप्तानों का घर पर रहा है दबदबा
धोनी के नेतृत्व में भारत ने 60 में से 27 टेस्ट जीते जबकि 18 हारे हैं।
कोहली की कप्तानी में भारत ने फिलहाल 36 मैच जीते और 14 हारे हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ कोहली ने घर में बतौर कप्तान 22वीं जीत हासिल की और धोनी के 21 जीत के रिकॉर्ड को तोड़ा था।
धोनी की कप्तानी में भारत ने घर में केवल एक ही सीरीज गंवाई है, वहीं कोहली की कप्तानी में भारत घर में कोई सीरीज नहीं हारा है।
ICC खिताब
कोहली के पास है ICC ट्रॉफी जीतने का मौका
पिछले कुछ सालो में धोनी और कोहली ने कप्तानी में की कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। धोनी विश्व क्रिकेट के सफलतम कप्तानों में शूमार रहे हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी, टी-20 विश्व कप और वनडे विश्व कप जैसे बड़े खिताब जितवाए हैं।
दूसरी तरफ कोहली के पास भी WTC के रूप में एक प्रतिष्ठित ICC ट्रॉफी जीतने का अवसर है। कोहली इसमें कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे।