कितनी तरह की होती हैं टेनिस कोर्ट? जानें इनसे जुड़ी अहम बातें
क्या है खबर?
टेनिस का खेल अलग-अलग तरह की कोर्ट पर खेला जाता है। कई तरह की सतहें जिनके गुण अलग हों को कोर्ट बनाने के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है। कोर्ट के गुण के हिसाब से ही उस पर होने वाले खेल के स्टाइल में भी बदलाव आता है।
प्रोफेशनल टेनिस में हार्ड, क्ले और ग्रास के रूप में तीन तरह की कोर्ट का इस्तेमाल किया जाता है।
आइए जानते हैं क्या होते हैं इनके गुण।
हार्ड कोर्ट
कुछ ऐसी होती है हार्ड कोर्ट
हार्ड कोर्ट को कंक्रीट से बनाया जाता है और इसकी ऊपरी सतह को एकदम चिकना किया जाता है। इस कोर्ट पर क्ले से अधिक, लेकिन ग्रास से कम बाउंस देखने को मिलता है।
इस तरह की कोर्ट पर मिलने वाले बाउंस के बारे में पहले से अंदाजा लगाना आसान होता है। चार में से दो ग्रैंड स्लैम यूएस ओपन और ऑस्ट्रेलियन ओपन में इसी कोर्ट का इस्तेमाल किया जाता है।
अंतर
ऑस्ट्रेलियन और यूएस ओपन के कोर्ट में अंतर
ऑस्ट्रेलियन ओपन और यूएस ओपन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली हार्ड कोर्ट में भी अंतर होता है। ऑस्ट्रेलियन ओपन का आयोजन करने वाली मेलबर्न पार्क में चिकनी सतह वाली हार्ड कोर्ट का इस्तेमाल किया जाता है।
2019 संस्करण के बाद से इसके ऑफिशियल कोर्ट को बदलकर ग्रीनसेट वर्ल्डवाइड कर दिया गया था। यूएस ओपन के लिए बिली जीन किंग नेशनल टेनिस सेंटर में लेकोल्ड हार्ड कोर्ट का इस्तेमाल किया जाता है।
क्ले कोर्ट
फ्रेंच ओपन में होता है क्ले कोर्ट का इस्तेमाल
क्ले कोर्ट को पत्थर या ईंट के टुकड़ों से बनाया जाता है। इन कोर्ट्स पर गेंद धीमी हो जाती है और उछाल अधिक होता है। बेसलाइन का इस्तेमाल करने वाले खिलाड़ी को अधिक फायदा मिलता है।
इस तरह की कोर्ट में भी दो प्रकार पाए जाते हैं। इसमें रेड और ग्रीन क्ले कोर्ट पाया जाता है। फ्रेंच ओपन क्ले कोर्ट पर खेला जाने वाला इकलौता मेजर टूर्नामेंट है।
ग्रास कोर्ट
टेनिस की सबसे तेज कोर्ट
ग्रास कोर्ट को टेनिस में सबसे तेज माना जाता है। इन कोर्ट्स पर घास होती है जिन्हें कठोर जमीन पर उगाया जाता है। देख-रेख के मामले के चलते प्रोफेशनल सर्किट के अलावा अन्य जगहों पर इनकी मांग बेहद कम है।
इस सतह पर वर्तमान समय में केवल विंबलडन ही खेला जाता है। हालांकि, यूएस ओपन (1881-1974) और ऑस्ट्रेलियन ओपन (19095-1987) ने भी पहले के समय में ग्रास कोर्ट का इस्तेमाल किया है।