गूगल ने बनाए थे 2 फोल्डेबल स्मार्टफोन, इस वजह से दूसरे को नहीं किया लॉन्च
गूगल ने इस महीने की शुरुआत में अपना पहला फोल्डेबल स्मार्टफोन पिक्सल फोल्ड लॉन्च किया था। गूगल से जुड़ी कुछ रिपोर्ट्स ऐसी भी आई थीं, जिनमें बताया गया था कि कंपनी सैमसंग के गैलेक्सी फ्लिप सीरीज की तरह क्लैमशेल डिजाइन वाले फोल्डेबल फोन पर काम कर रही थी। अब गूगल ने बताया है कि कि वो रिपोर्ट्स सिर्फ अफवाह नहीं थी बल्कि कंपनी एक दूसरे फोल्डेबल फोन पर काम कर रही थी, जिसे लॉन्च नहीं किया गया।
बाकी फोल्डेबल से अलग नहीं था गूगल का फोल्ड
गूगल हार्डवेयर प्रोडक्ट्स के डिजाइन प्रमुख आइवी रॉस ने मेड बाय गूगल पॉडकास्ट के एक एपिसोड में कहा कि कंपनी एक दूसरे फोल्डेबल फोन पर काम कर रही थी। उन्होंने कहा, "हमने एक और फोल्डेबल मॉडल बनाया था, लेकिन फोल्डेबल बाजार में पहले से मौजूद फोल्डेबल फोन से बहुत अलग या हटकर नहीं था।" उन्होंने कहा, "तब तक प्रतीक्षा करें, जब तक हम ऐसा कुछ नहीं करते जो बाजार में पहले से उपलब्ध मॉडल से बेहतर हो।"
नहीं पता चला किस फॉर्म फैक्टर वाले फोल्डेबल पर काम कर रही थी गूगल
रॉस ने कहा, "यह इस बात का प्रमाण है कि हम ऐसा मॉडल बनाने में सक्षम हैं और यह भी पहचानते हैं कि कब यह पर्याप्त रूप से अच्छा नहीं है।" हालांकि, रॉस ने यह पुष्टि नहीं की कि गूगल किस तरह के फोल्डेबल स्मार्टफोन पर काम कर रही है। बता दें, गूगल ने अपने वार्षिक कार्यक्रम गूगल I/O 2023 इवेंट में पिक्सल फोल्ड लॉन्च किया था। यह दिखने में बाकी कंपनियों के फोल्डेबल फोन की तरह ही है।
सैमसंग के फोल्डेबल में फ्लिप मॉडल की बिक्री है ज्यादा
रिपोर्ट में कहा गया कि सैमसंग के फोल्डेबल स्मार्टफोन में ज्यादा बिक्री फ्लिप वर्जन की हुई है। इस वजह से माना जा रहा है कि गूगल अपने फोल्डेबल लाइनअप में फ्लिप मॉडल को लाएगी। यह तो साफ ही हो गया है कि गूगल के फोल्डेबल प्लानिंग में 2 मॉडल थे। ऐसे में गूगल पिक्सल फ्लिप कब लॉन्च किया जाएगा, इसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि पिक्सल फ्लिप अब अगले साल लॉन्च होगा।
फॉर्म फैक्टर के आधार पर एंड्रॉयड एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने की चर्चा
अब गूगल पिक्सल फ्लिप लाएगी या फिर पूरी तरह से अलग फॉर्म फैक्टर वाला फोन लाएगी, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। कई लोगों का कहना है कि गूगल अपने फोल्डेबल डिवाइस का उपयोग फॉर्म फैक्टर के आधार पर एंड्रॉयड एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए करेगी। यानी फोन के फॉर्म फैक्टर के हिसाब से गूगल नए एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर भी तैयार कर सकती है, जिससे इसके पार्टनर अपने स्मार्टफोन और ऐप्स उसी हिसाब से तैयार कर सकें।