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टिम कुक का फेसबुक पर तंज, बोले- यूजर्स को ट्रैक करने से पहले परमिशन तो ले

टिम कुक का फेसबुक पर तंज, बोले- यूजर्स को ट्रैक करने से पहले परमिशन तो ले

Dec 18, 2020
05:58 pm

क्या है खबर?

ऐपल की हालिया प्राइवेसी पॉलिसी का असर फेसबुक पर पड़ा है क्योंकि अब ऐप बिना यूजर्स की परमिशन लिए उनकी एक्टिविटी ट्रैक नहीं कर सकती। विज्ञापन दिखाकर कमाई करने वाली फेसबुक जैसी ऐप्स अब बिना परमिशन लिए पहले की तरह यूजर्स को ऐप्स और वेबसाइट्स पर ट्रैक नहीं कर सकती। फेसबुक का कहना है कि इस बदलाव की वजह से डेवेलपर्स को नुकसान होगा। अब ऐपल CEO टिम कुक ने ट्वीट कर फेसबुक के इस बयान पर तंज कसा है।

बयान

टिम कुक ने क्या कहा?

ऐपल CEO ने ट्वीट में एक स्क्रीनशॉट शेयर किया, जिसमें यूजर परमिशन मांगी गई है। टिम ने इसके साथ लिखा, 'हमें लगता है कि इस बात पर यूजर का नियंत्रण होना चाहिए कि उससे जुड़ा डेटा कैसे जुटाया और इस्तेमाल किया जा रहा है। फेसबुक पहले की तरह ही यूजर्स को ऐप्स और वेबसाइट्स पर ट्रैक कर सकता है, iOS 14 में ऐप ट्रैकिंग ट्रांसपेरेंसी बस इतना तय करेगी कि पहले फेसबुक ऐसा करने के लिए यूजर की परमिशन ले।'

ट्विटर पोस्ट

देखिए टिम कुक का ट्वीट

टकराव

फेसबुक और ऐपल आपस में भिड़े

नए iOS 14 में ट्रैकिंग से पहले फेसबुक जैसे ऐप्स को परमिशन लेनी पड़ेगी, जिसे सोशल मीडिया कंपनी नुकसान की तरह देख रही है। फेसबुक ने न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट जैसे अखबारों में में बाकायदा पूरे पन्ने के विज्ञापन दिए और लिखा, 'हम हर जगह मौजूद छोटे बिजनेसेज के लिए ऐपल के सामने खड़े हैं।' ऐपल ने जवाब में कहा, 'जब छुपकर ट्रैकिंग करना आपका बिजनेस मॉडल हो तो आप कस्टमर चॉइस और पारदर्शिता का स्वागत नहीं कर सकते।'

वजह

नए iOS में आए प्राइवेसी से जुड़े फीचर्स

ऐपल ने iOS 14 में कुछ नए फीचर्स शामिल किए हैं, जो किसी भी ऐप की मदद से ट्रैक किए जाने पर यूजर को इसकी जानकारी देते हैं। साथ ही नया प्राइवेसी लेबल फीचर भी इस iOS अपडेट में शामिल किया गया है। प्राइवेसी लेबल में यूजर को बताया जाता है कि कोई ऐप उसका कौन सा डेटा जुटा रही है या फिर उसे कैसे ट्रैक करती है। यूजर्स को माइक, कैमरा इस्तेमाल किए जाते ही नोटिफिकेशन मिल जाता है।

ट्रैकिंग

आपको क्यों ट्रैक करते हैं ऐप्स?

फेसबुक जैसे ढेरों ऐप्स अपनी सर्विसेज के बदले यूजर्स से कोई पैसे नहीं लेते, हालांकि ये फ्री नहीं हैं। ऐसे ऐप्स बदले में यूजर का डेटा जुटाते हैं और उसे विज्ञापन दिखाते हैं। आपको ऑनलाइन दिखने वाले ऐड्स आपकी पसंद-नापसंद या जरूरत से जुड़े इसलिए होते हैं क्योंकि ऐप्स आपको ट्रैक कर रहे होते हैं। यही वजह है कि फेसबुक यूजर्स की ट्रैकिंग को सही और डिवेलपर्स के लिए कमाई का जरिया बता रही है।