3.8 बिलियन क्लबहाउस यूजर्स के फोन नंबर लीक? कंपनी ने किया इनकार

क्लबहाउस का क्रेज पिछले एक साल में देखने को मिला है और एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर मई में लॉन्च ऐप के एक करोड़ से ज्यादा यूजर्स हो गए हैं। अब ऐप पर मौजूद यूजर्स का डाटा लीक होने से जुड़ा मामला सामने आया है। बीते दिनों रिपोर्ट्स में कहा गया है कि क्लबहाउस डाटा लीक से जुड़े 3.8 बिलियन कॉन्टैक्ट नंबर डार्क वेब पर बिक रहे हैं। हालांकि, कंपनी ने लीक की बात को सिरे से नकार दिया है।
बीते शनिवार को साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर मार्क रेयूफ ने ट्विटर पर एक स्क्रीनशॉट पोस्ट किया था। उन्होंने दावा किया था कि डार्क वेब पर क्लबहाउस से जुड़ा एक 'सीक्रेट' डाटाबेस बिक्री के लिए उपलब्ध है। स्क्रीनशॉट्स में ढेर सारे क्लबहाउस मेंबर्क के फोन नंबर्स की लिस्ट दिख रही थी और कॉन्टैक्ट लिस्ट से सिंक किए गए नंबर भी इसमें शामिल थे। दावा किया गया कि क्लबहाउस कॉन्टैक्ट लिस्ट से फोन नंबर जुटाती है, जो इसके सर्वर पर सेव होते हैं।
डाटा लीक से जुड़ी रिपोर्ट आने के बाद क्लबहाउस की ओर से आधिकारिक बयान जारी किया गया। कंपनी ने कहा, "क्लबहाउस से कोई डाटा लीक नहीं हुआ है। बॉट्स की ओर से लाखों रेंडम फोन नंबर जेनरेट किए जा रहे हैं। संयोगवश इनमें से कुछ नंबर हमारे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हों, तब भी क्लबहाउस का API यूजर की पहचान से जुड़ी कोई जानकारी नहीं देगा। क्लबहाउस के लिए प्राइवेसी और सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण हैं और हम सुरक्षित अनुभव देते रहेंगे।"
A #Hacker is allegedly selling a list of 3.8 billion phone numbers of #Clubhouse. Seems completely fake. There are only mobile numbers without name, photos. This list of phone numbers can be generated very easily. PII not available. #InfoSec #DataLeak #GDPR @Clubhouse pic.twitter.com/RugQhaSKhq
— Rajshekhar Rajaharia (@rajaharia) July 24, 2021
भारतीय सिक्योरिटी रिसर्चर राजशेखर राझारिया ने ट्वीट कर डाटा लीक से जुड़े दावों को झूठा बताया है। उन्होंने लिखा, "सामने आए डाटाबेस में केवल मोबाइल नंबर हैं, जिनके साथ कोई नाम या फोटो नहीं शामिल है। फोन नंबर्स की ऐसी लिस्ट आसानी से जेनरेट की जा सकती है। PII (पर्सनली आइडेंटिफाएबल इन्फॉर्मेशन) उपलब्ध नहीं है।" उन्होंने कहा कि सेलर यूजर्स को लाखों टेलीग्राफ फॉलोअर्स दिखाकर लुभा रहा है लेकिन डाटा से जुड़ा दावा झूठा लग रहा है।
राजशेखर के अलावा सिक्योरिटी रिसर्चर एलन गैल ने भी डाटा लीक से जुड़े दावे को सच मानने से इनकार किया है। ऐसे में यूजर्स को चिंता करने की जरूरत नहीं है और परेशान नहीं होना चाहिए। इसके अलावा फायरफॉक्स मॉनीटर जैसी डाटा लीक्स मॉनीटर करने वाली वेबसाइट्स की ओर से भी कोई अपडेट नहीं दिया गया है। अगर तब भी आप डाटा सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं तो ऐप परमिशंस में जाकर कॉन्टैक्ट सिंक ऑप्शन डिसेबल कर सकते हैं।
मई, 2021 में लॉन्च होने के बाद एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर ऐप का यूजरबेस एक करोड़ यूजर्स का आंकड़ा पार कर चुका है। सिर्फ भारत में ही एंड्रॉयड ऐप को 50 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है। सामने आया है कि ऐप पर रोज बनाए जाने वाले रूम्स 50,000 से बढ़कर पांच लाख तक पहुंच गए हैं। क्लबहाउस अब सभी यूजर्स के लिए ओपेन हो गई है, यानी कि इससे जुड़ने के लिए अब इनवाइट की जरूरत नहीं पड़ेगी।