पृथ्वी के आंतरिक कोर की घूमने की गति हुई धीमी, अध्ययन में हुआ खुलासा
पृथ्वी के आंतरिक कोर की गति ग्रह की सतह की तुलना में धीमी हो रही है। वैज्ञानिकों द्वारा इसे मापने की क्षमता विकसित करने के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है। अध्ययन से पता चला है कि आंतरिक कोर की गति में कमी 1 दशक पहले 2010 में शुरू हुई थी। बता दें कि शोधकर्ता पृथ्वी के आंतरिक कोर को देख नहीं सकते हैं, लेकिन भूकंप की तरंगों का उपयोग करके इसका अध्ययन कर सकते हैं।
अध्ययन में क्या कहा गया?
दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने साबित कर दिया है कि पृथ्वी का आंतरिक कोर पीछे की ओर जा रहा है, यानी धीमा हो रहा है। यह भूकंपीय तरंगों के प्रभाव से हो रहा है। शोधकर्ताओं ने कहा, "पिछले अध्ययनों के साथ मिलान का पैटर्न दर्शाता है कि आंतरिक कोर 2003 से 2008 तक धीरे-धीरे सुपर-रोटेट हुआ और फिर 2008 से 2023 तक उसी पथ से 2 से 3 गुना अधिक धीरे-धीरे सब-रोटेट हुआ।"
हमारे ऊपर पर क्या पड़ेगा इसका असर?
पृथ्वी के आंतरिक कोर की गति धीमी होने से हमारे दिन लंबे हो सकते हैं। आंतरिक कोर ठोस है और लोहे और निकल से बनी है। यह हमारे ग्रह का बहुत गर्म और घना केंद्र है, जिसका तापमान 5,500 डिग्री सेल्सियस तक है। तरल लौह-निकल की बाहरी कोर इसके भीतर एक ठोस लौह-निकल के गोलाकार को घेरता है। आंतरिक कोर लगभग चंद्रमा के आकार का है और हमारे पैरों के लगभग 5,000 किलोमीटर नीचे है।