ऐपल ने बंद किया अपना AR ग्लास प्रोजेक्ट, तकनीकी चुनौतियों के कारण लिया गया फैसला
क्या है खबर?
ऐपल ने अपने ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) ग्लास प्रोजेक्ट को बंद कर दिया है।
यह चश्मा साधारण दिखता, लेकिन इसमें खास डिस्प्ले होती, जो मैक से कनेक्ट हो सकती थी। ऐपल बिना भारी डिजाइन और महंगी कीमत के इसे विजन प्रो के कुछ फीचर्स के साथ पेश करना चाहती थी।
हालांकि, इस प्रोजेक्ट में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिससे यह आगे नहीं बढ़ सका। इससे पहले 2023 में ऐपल ने एक अलग AR प्रोजेक्ट को बंद कर दिया था।
वजह
क्यों बंद करना पड़ा प्रोजेक्ट?
ऐपल इस चश्मे को पहले आईफोन से जोड़ना चाहती थी, लेकिन बैटरी की खपत बहुत अधिक हो रही थी।
आईफोन में इसे पावर देने की क्षमता नहीं थी, इसलिए इसे मैक से जोड़ने की योजना बनी, लेकिन यह बदलाव अधिकारियों को पसंद नहीं आया।
इसके अलावा, चश्मे को किफायती और उपयोगी बनाना भी एक चुनौती बन गया। ऐपल के लिए यह प्रोजेक्ट लागत और प्रदर्शन के संतुलन में फिट नहीं बैठा, इसलिए कंपनी ने इसे बंद करने का फैसला किया।
बाजार
AR ग्लास की दौड़ में पीछे हुई ऐपल
इस फैसले से ऐपल AR और XR तकनीक में प्रतिस्पर्धा से थोड़ा पीछे छूट सकती है। दूसरी ओर, मेटा, गूगल और सैमसंग इस क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
मेटा ने 10 लाख से अधिक स्मार्ट ग्लास बेचे हैं। गूगल ने एंड्रॉयड XR के साथ इस क्षेत्र में कदम रखा है और सैमसंग प्रोजेक्ट मोहन हेडसेट पर काम कर रही है।
AR ग्लास का बाजार तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन ऐपल इस दौड़ में फिलहाल पीछे है।