ऐपल के प्रोडक्ट्स में खामी ढूंढने वालों को कंपनी देगी 7 करोड़ रुपये का ईनाम
दिग्गज तकनीकी कंपनी ऐपल अपने आईफोन में बग बताने वाले लोगों के लिए एक बाउंटी प्रोग्राम चलाती है। इसके तहत अगर आप आईफोन में कोई बग ढूंढकर कंपनी को इसकी जानकारी देेते हैं तो इसके बदले में कंपनी आपको ईनाम देगी। कंपनी ने अब ईनाम में दी जाने वाली राशि में कई गुणा इजाफा किया है। साथ ही अब इस प्रोग्राम में कंपनी के दूसरे प्रोडक्ट्स को भी शामिल किया गया है। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
कई सालों से चल रहा है कंपनी का यह प्रोग्राम
ऐपल कई सालों से यह बाउंटी प्रोग्राम चला रही है, लेकिन यह केवल iOS प्लेटफॉर्म के लिए था। सिक्योरिटी रिसर्चर लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे कि इसे ऐपल के दूसरे प्लेटफॉर्म के लिए भी शुरू किया जाना चाहिए।
ऐपल ने बढ़ाया प्रोग्राम का दायरा
सिक्योरिटी रिसर्चर की मांग पर ध्यान देते हुए कंपनी ने ब्लैक हैट सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस में बड़े ऐलान किये। कंपनी ने कहा कि अब बाउंटी प्रोग्राम के तहत macOS, tvOS, watchOS और iCloud में बग खोजने वाले रिसर्चर को भी कैश प्राइज दिया जाएगा। यानी अब iOS के अलावा ऊपर लिखे प्लेटफॉर्म में खामी ढूंढने वाले लोग भी ईनाम ले सकेंगे। बता दें कि कई कंपनियां अपने प्रोडक्ट को बेहतर बनाने के लिए ऐसे प्रोग्राम चलाती रहती है।
बग खोजने वाले को ईनाम में मिलेंगे 7 करोड़ रुपये
प्रोग्राम का दायरा बढ़ाने के अलावा ऐपल ने इस प्रोग्राम में दिए जाने वाले कैश प्राइज की रकम को भी बढ़ा दिया है। पहले यह दो लाख अमेरिकी डॉलर थी, जिसे अब बढ़ाकर 10 लाख डॉलर कर दिया है। भारतीय मुद्रा के हिसाब से बात करें तो यह रकम लगभग 7 करोड़ रुपये होती है। यानी अगर आप आईफोन समेत ऐपल के किसी भी प्रोडक्ट में कोई बग खोज पाते हैं तो कंपनी आपको 7 करोड़ रुपये ईनाम में देगी।
रिलीज से पहले खामी बताने वाले को मिलेगा बोनस
ऐपल ने घोषणा की है कि वो किसी प्रोडक्ट में उसकी रिलीज से पहले बग की जानकारी देने वाले को अतिरिक्त 50 प्रतिशत यानी 15 लाख डॉलर का ईनाम देगी। ऐसे बग को उस प्रोडक्ट की रिलीजिंग डेट से पहले कंपनी को रिपोर्ट करना होगा।
सिक्योरिटी रिसर्चर को दिए जाएंगे आईफोन
ऐपल ऐसे बग को रिपोर्ट करने वाले भरोसेमंद सिक्योरिटी रिसर्चर को केवल कैश प्राइज ही नहीं दे रही बल्कि उन्हें खास आईफोन भी दिया जाएगा। ये आईफोन कंपनी के iOS सिक्योरिटी रिसर्च डिवाइस प्रोग्राम के तहत दिए जाएंगे। ये आईफोन रिसर्चर को बग खोजने के लिए आम आईफोन से ज्यादा एक्सेस देंगे। इन बग को दूर कर कंपनी अपने प्रोडक्ट को पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित बना सकेगी।