लखीमपुर हिंसा: उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र को भेजी रिपोर्ट, राजनीतिक असर पर जताई चिंता
उत्तर प्रदेश सरकार ने लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के दौरे के दौरान हुई हिंसा की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी है। न्यूज 18 के सूत्रों के अनुसार, ये रिपोर्ट अमित शाह के नेतृत्व वाले केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी गई है और योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश सरकार ने इसमें घटना के राजनीतिक असर पर चिंता व्यक्त की है। रिपोर्ट पर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
रिपोर्ट में घटना के बारे में विस्तार से बताया गया
रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश सरकार ने गृह मंत्रालय को भेजी गई अपनी रिपोर्ट में विस्तार से पूरी घटना के बारे में बताया है। इसमें बताया गया है कि कैसे गाड़ी किसानों पर चढ़ी, कैसे भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ और क्यों मंत्री का रास्ता बदला गया। योगी सरकार ने घटना के राजनीतिक असर पर भी चिंता व्यक्त की है। सूत्रों के अनुसार, गाड़ी के किसानों को कुचलने का वीडियो सामने आने के बाद ये चिंताएं और बढ़ गई हैं।
घटना के कारण प्रदेश भाजपा में बढ़ी बेचैनी
बता दें कि राजनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और पहले से ही कृषि कानूनों के मुद्दे पर घिरी हुई भाजपा को लखीमपुर में हुई इस घटना से बड़ा नुकसान हो सकता है। इसी कारण प्रदेश भाजपा में भी बेचैनी बढ़ गई है और योगी सरकार के कई मंत्रियों ने मामले को संभालने के नेतृत्व के तरीके पर सवाल खड़े किए हैं। एक मंत्री ने रायता फैलने की बात कही है।
किसानों के समर्थन में उतरे वरुण गांधी
लखीमपुर के पड़ोसी जिले पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी तो खुलकर किसानों के समर्थन में उतर आए हैं और उन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, 'लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ियों से जानबूझकर कुचलने का वीडियो किसी की भी आत्मा को झकझोर देगा। पुलिस इस वीडियो का संज्ञान लेकर इन गाड़ियों के मालिकों, इनमें बैठे लोगों, और इस प्रकरण में संलिप्त अन्य व्यक्तियों को चिन्हित कर तत्काल गिरफ्तार करे।'
लखीमपुर खीरी में आखिर क्या हुआ था?
लखीमपुर खीरी में रविवार को अजय मिश्रा के दौरे के समय हिंसा हो गई थी जिसमें चार आंदोलनकारी किसानों समेत कुल नौ लोगों की मौत हुई। मिश्रा एक कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी के तिकुनिया स्थित अपने पैतृक गांव पहुंचे थे। लौटते वक्त मिश्रा के बेटे आशीष ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी जिसमें चार किसान मारे गए। कुछ किसानों पर पीट-पीट कर तीन भाजपा कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर को मारने का आरोप है। एक पत्रकार भी मारा गया है।
बेटे के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज, मंत्री ने किया बचाव
मामले में मिश्रा के बेटे के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा कुछ किसानों के खिलाफ भी हत्या की धाराओं में FIR दर्ज की गई है। मिश्रा ने अपने बेटे का बचाव करते हुए कहा है कि घटना के समय उनका बेटा मौके पर मौजूद नहीं था और उनके पास इसका वीडियो सबूत है। उनका कहना है कि अगर उनका बेटा मौके पर मौजूद होता तो जिंदा बचकर नहीं आता।