लखीमपुर हिंसा: भाजपा में बढ़ी बेचैनी, किसी ने कहा 'रायता फैला' तो किसी ने बताई साजिश
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के दौरे के दौरान चार किसानों की मौत की घटना ने भाजपा में हलचल तेज कर दी है और प्रदेश इकाई में बेचैनी बढ़ती जा रही है।
जहां भाजपा के कुछ नेताओं ने इस पूरी घटना को सोची समझी साजिश करार दिया है और इसके तार खालिस्तानी ताकतों से जोड़े हैं, वहीं पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी खुलकर किसानों के समर्थन में आ गए हैं।
रिपोर्ट
घटना के कारण बैकफुट पर उत्तर प्रदेश भाजपा के नेता
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, लखीमपुर की घटना के कारण प्रदेश भाजपा के कई बड़े नेता बैकफुट पर हैं और वे उम्मीद कर रहे हैं कि स्थिति ज्यादा खराब न हो।
योगी आदित्यनाथ की सरकार में शामिल एक कैबिनेट मंत्री ने कहा कि रायता फैल गया है। वहीं दूसरे मंत्री ने स्थिति को संभालने के नेतृत्व के तरीके पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा, "हमें दोनों तरफ से नुकसान हुआ। हमारा कार्यकर्ता भी मरा और सरकार भी कटघरे में खड़ी है।"
नाराजगी
मंत्रियों ने नेतृत्व के प्रति नाराजगी व्यक्त की
दूसरे मंत्री ने नौकरशाहों पर ज्यादा निर्भरता पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, "राजनीतिक फीडबैक को कभी तवज्जो नहीं दी जाती। इस पर चर्चा ही नहीं होती। जब आप केवल नौकरशाहों से ही फीडबैक लेते हैं तो यही होता है। नौकरशाही को इसका जरा भी अंदाजा नहीं था कि ये मामला जिले में इतना बढ़ा हो जाएगा।"
वहीं पहले मंत्री ने कहा, "ऐसी परिस्थितियों में फ़ालतू की बयानबाज़ी से बचा जाता है और संयम रखा जाता है, लेकिन क्या कहें?"
खारिज
भाजपा के पदाधिकारी ने घटना के असर को किया खारिज
उत्तर प्रदेश भाजपा के एक अन्य पदाधिकारी ने घटना के असर को खारिज करते हुए कहा, "मैं आज पार्टी के काम से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गया। केवल कुछ सपा कार्यकर्ताओं को छोड़कर कोई भी गुस्सा नहीं दिखा।"
वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के एक अन्य कैबिनेट मंत्री ने कहा, "मुझे विरोध दूसरे इलाकों में फैलता हुआ नहीं दिख रहा है। हमें संयम के साथ स्थिति पर नजर रखनी चाहिए।"
आरोप
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ने किसानों को बताया खालिस्तानी
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश के सह-प्रभारी वाई सत्य कुमार ने तो मामले में किसानों पर ही सवाल उठा दिए हैं। सोमवार को ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा, "क्या आतंकवादी भिंडरांवाले एक किसान था? जिस तरीके से गुंडे किसानों के भेष में उत्तर प्रदेश में उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं, ऐसा लगता है कि ये दुर्घटना नहीं बल्कि एक सुनियोजित प्रयोग है। जिहादी, खालिस्तानी और अराजक तत्व राज्य में अशांति फैलाना चाहते हैं।"
समर्थन
किसानों के समर्थन में उतरे वरुण गांधी
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश के सह-प्रभारी वाई सत्य कुमार ने तो मामले में किसानों पर ही सवाल उठा दिए हैं। सोमवार को ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा, "क्या आतंकवादी भिंडरांवाले एक किसान था? जिस तरीके से गुंडे किसानों के भेष में उत्तर प्रदेश में उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं, ऐसा लगता है कि ये दुर्घटना नहीं बल्कि एक सुनियोजित प्रयोग है। जिहादी, खालिस्तानी और अराजक तत्व राज्य में अशांति फैलाना चाहते हैं।"
मांग
वरुण ने की आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग
वरुण गांधी ने किसानों को रौंदती थार जीप का वीडियो साझा करते हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग भी की है।
अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ियों से जानबूझकर कुचलने का यह वीडियो किसी की भी आत्मा को झखझोर देगा। पुलिस इस वीडियो का संज्ञान लेकर इन गाड़ियों के मालिकों, इनमें बैठे लोगों, और इस प्रकरण में संलिप्त अन्य व्यक्तियों को चिन्हित कर तत्काल गिरफ्तार करे।'
पृष्ठभूमि
लखीमपुर खीरी में आखिर क्या हुआ था?
लखीमपुर खीरी में रविवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के दौरे के समय हिंसा हो गई थी जिसमें चार आंदोलनकारी किसानों समेत कुल नौ लोगों की मौत हुई।
मिश्रा एक कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी के तिकुनिया स्थित अपने पैतृक गांव पहुंचे थे। लौटते वक्त मिश्रा के बेटे ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी जिसमें चार किसान मारे गए। कुछ किसानों पर पीट-पीट कर तीन भाजपा कार्यकर्ताओं और ड्राइवर को मारने का आरोप है।