शाहजहां शेख को TMC ने 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित किया
क्या है खबर?
तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने संदेशखाली के नेता शाहजहां शेख को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। पार्टी ने ये कार्रवाई शेख की गिरफ्तारी के एक दिन बाद की है।
बता दें कि संदेशखाली में हुई हिंसा और महिलाओं पर अत्याचार की रिपोर्ट्स के बाद भाजपा और दूसरी पार्टियां TMC पर शेख को बचाने के आरोप लगा रही थीं। अब पार्टी ने शेख को निलंबित कर विपक्षी हमलों को कम करने की कोशिश की है।
बयान
TMC बोली- अब बृजभूषण पर कार्रवाई करे भाजपा
शेख के निष्कासन की जानकारी देते हुए TMC नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, "TMC ने फैसला लिया है कि शाहजहां शेख को 6 साल के लिए निलंबित किया जाता है। राजनीतिक पार्टियां 2 तरह की होती है। एक जो बस बात ही बात करती रहती हैं, लेकिन TMC कार्रवाई करती है।"
डेरेक ने भाजपा को भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की भी चुनौती दी।
हिरासत
शेख को 10 दिन की हिरासत में भेजा गया
शेख को आज सुबह ही 55 दिन की लुकाछिपी के बाद गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने शेख को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
राज्य सरकार ने कहा है कि शेख के खिलाफ दर्ज मामलों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से कराई जाएगी।
डेरेक ने ये भी कहा कि शेख को पश्चिम बंगाल की पुलिस ने गिरफ्तार किया है, किसी केंद्रीय एजेंसी ने नहीं।
आदेश
कोर्ट ने दिए थे गिरफ्तारी के आदेश
26 फरवरी को कलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल पुलिस से कहा था कि वे शेख को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे।
कोर्ट ने TMC सांसद अभिषेक बनर्जी की टिप्पणियों पर भी सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि कोर्ट ने कभी शाहजहां की गिरफ्तारी पर रोक नहीं लगाई है और उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए।
दरअसल, TMC ने दावा किया था कि कोर्ट ने शेख की गिरफ्तार पर रोक लगा रखी है।
मामला
क्या है संदेशखाली मामला?
5 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने कथित राशन घोटाले को लेकर शाहजहां के आवास पर छापा मारा था। इस दौरान स्थानीय लोगों ने अधिकारियों पर हमला कर दिया था।
घटना के बाद से शेख फरार था। इसके कुछ दिन बाद स्थानीय महिलाओं ने शेख और उसके सहयोगियों पर यौन उत्पीड़न और जमीन कब्जाने का आरोप लगाकर प्रदर्शन किया। धीरे-धीरे ये मामला भाजपा बनाम TMC में बदल गया।