सुप्रीम कोर्ट ने सत्येंद्र जैन को स्वास्थ्य आधार पर 6 हफ्ते की जमानत दी
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को स्वास्थ्य आधार पर कुछ शर्तों के साथ 6 हफ्ते की जमानत दे दी है। कोर्ट ने उन्हें अपनी पसंद के प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाने के लिए अंतरिम जमानत दी है। जैन पिछले काफी समय से बीमार चल रहे हैं। गुरुवार सुबह तिहाड़ जेल के बाथरूम में गिरने के बाद उन्हें लोक नारायण जयप्रकाश (LNJP) अस्पताल लाया गया था और वह ICU में ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने किन शर्तों पर दी जमानत?
आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता जैन को सुप्रीम कोर्ट ने स्वास्थ्य के आधार पर सशर्त अंतरिम जमानत दी है। कोर्ट ने कहा कि जैन बिना अनुमति के दिल्ली से बाहर नहीं जा सकते और न ही मीडिया के सामने कोई बयान दे सकते हैं। कोर्ट ने सख्त निर्देश दिये हैं कि जमानत के दौरान जैन किसी भी गवाह को प्रभावित नहीं करेंगे और 10 जून को उन्हें दोबारा कोर्ट में पेश होना होगा।
सुप्रीम कोर्ट से जैन ने स्वास्थ्य आधार पर मांगी थी जमानत
जैन के स्वास्थ्य को आधार बनाने हुए उनके वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट ने जमानत याचिका दायर की थी, जिसके बाद कोर्ट ने 18 मई को प्रवर्तन निदेशालय (ED) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। इससे पहले 6 अप्रैल को दिल्ली हाई कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी। जैन पिछले काफी समय से बीमार चल रहे हैं और उन्हें पिछले 2 दिन में 2 बार अस्पताल लाना पड़ा है।
पिछले साल से तिहाड़ जेल में बंद हैं जैन
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में जैन 31 मई, 2022 से जेल में बंद हैं। इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) उनके खिलाफ जांच कर रही थी। बाद में CBI की FIR के आधार पर ही ED ने भी जांच शुरू की थी। जैन पर परिजनों और रिश्तेदारों के साथ मिलकर 2011-12 में 11.78 करोड़ रुपये और 2015-16 में 4.63 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के लिए 4 फर्जी कंपनियां बनाने का आरोप है।
जैन पर लगा था जेल में शाही सुविधाएं लेने का आरोप
ED ने आरोप लगाया था कि जैन को जेल में कई सुविधाएं मिल रही हैं। ED ने कहा था कि जैन को मसाज समेत सभी सुविधाएं मिल रही हैं और उनकी पत्नी पूनम जैन उनसे मिलने जेल की कोठरी में आती हैं, जो नियमों के खिलाफ है। इसके अलावा जैन जेल में बंद मामले के दूसरे आरोपियों से भी मिल रहे हैं। बाद में तिहाड़ जेल के अधीक्षक अजीत कुमार को निलंबित कर दिया गया था।