
RSS बढ़ाएगा अपना दायरा, घर-घर पहुंचकर लोगों को जोड़ेगा
क्या है खबर?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) इस साल अपना शताब्दी वर्ष बना रहा है, ऐसे में संगठन की योजना इसके विस्तार पर है। दिल्ली के केशव कुंज में 3 दिवसीय प्रांत प्रचारकों की बैठक के बाद सोमवार को इस संबंध में जानकारी गई। अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि शताब्दी वर्ष के अंतर्गत हिंदू सम्मेलन, सामाजिक सद्भाव बैठक और घर-घर संपर्क का आयोजन किया जाएगा। हिंदू सम्मेलन 58,964 मंडल (5-6 गांव मिलाकर मंडल) और 44,055 बस्ती में होगी।
अभियान
घर-घर लोगों को जोड़ने का अभियान चलेगा
उन्होंने बताया कि सामाजिक सद्भाव बैठक खंड (तहसील के बराबर) और नगर में 11,360 जगह होगी, जिसमें हिंदुत्व जागरण और अन्य मुद्दों को लेकर चर्चा होगी। आंबेकर ने कहा कि वर्ष 2000 में RSS के 75 वर्ष होने पर घर-घर संपर्क का आयोजन हुआ था, तब 2 लाख गांव और 2 करोड़ घरों में संपर्क किया गया था। उन्होंने बताया कि 75 साल में संघ का विस्तार हुआ है, ऐसे में अधिक शहर और घर में पहुंचने की योजना है।
बैठक
हिंदी और मणिपुर समेत कई विषयों पर हुई चर्चा
आंबेकर ने बताया कि सभी प्रांत से आए प्रचारकों ने अपने-अपने प्रांतों में हालातों की जानकारी दी। मणिपुर से आए प्रांत प्रचारकों ने बताया कि वहां शांति के लिए कुकी और मैतेई समुदाय से संपर्क किया जा रहा है। यहां जल्द ही संघर्ष कराया जाएगा। हिंदी और स्थानीय भाषा को लेकर छिड़े विवाद को लेकर आंबेकर ने कहा कि RSS हमेशा से सभी भाषाओं को प्राथमिकता देता है और लोगों को अपनी स्थानीय भाषा पर जोर देने को कहता है।
ट्विटर पोस्ट
हिंदी को लेकर क्या बोले संघ के प्रचार प्रमुख
VIDEO | Delhi: RSS leaders Sunil Ambekar and Anil Agarwal addressed a joint press conference earlier today.
— Press Trust of India (@PTI_News) July 7, 2025
On the language row, Sunil Ambekar said, “RSS has always maintained that all Indian languages are national languages. People speak the language prevalent in their region,… pic.twitter.com/rRUqqiiYWG
ट्विटर पोस्ट
संघ के घर-घर अभियान की जानकारी देते प्रचार प्रमुख
Delhi: Akhil Bharatiya Prachar Pramukh of RSS, Sunil Ambekar, says, “Over the past 25 years, the work of the Sangh has expanded significantly. It has now been planned to reach the maximum number of homes, villages, and urban settlements across the country. According to the… pic.twitter.com/DTR0BYPoAh
— IANS (@ians_india) July 7, 2025