
नई मोदी कैबिनेट में इन मंत्रालयों पर चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार की नजरें
क्या है खबर?
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद अब सरकार बनाने की तैयारी शुरू हो गई है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में बड़ी पार्टियां बनकर उभरी जनता दल यूनाइटेड (JDU) और तेलुगु देशम पार्टी (TDP) अब अहम मंत्रालयों और खास मांगों को लेकर मोलभाव में जुटी हैं।
खबर है कि नीतीश कुमार की JDU अपने लिए कम से कम 3 मंत्रालय मांग सकती है। नायडू भी आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे मांग कर सकते हैं।
मंत्रालय
किन मंत्रालयों पर नीतीश की नजर?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, JDU की नजर रेलवे, ग्रामीण विकास और जल शक्ति मंत्रालय पर है। इसके अलावा परिवहन और कृषि मंत्रालय भी पार्टी की सूची में हैं।
एक नेता ने कहा, "नीतीश ने NDA सरकार में रेलवे, कृषि और परिवहन विभाग संभाले हैं। हम चाहते हैं कि हमारे सांसद ऐसे विभाग लें, जो राज्य के विकास में मदद कर सकें। घटते जल स्तर और बाढ़ की चुनौतियों के संदर्भ में जल शक्ति महत्वपूर्ण है।"
मंत्री पद
मंत्री पद की दौड़ में कौन शामिल?
रिपोर्ट के मुताबिक, JDU एक उच्च जाति, एक अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) कुशवाह और एक अति पिछड़ा वर्ग (EBC) नेता को मंत्री बना सकती है।
JDU के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर के सांसद ललन सिंह, झंझारपुर के सांसद रामप्रीत मंडल और वाल्मिकी नगर के सांसद सुनील कुमार दौड़ में हैं।
इनके अलावा सीतामढी के सांसद देवेश चंद्र ठाकुर और राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा को भी मंत्री बनाया जा सकता है।
आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जा मांग सकते हैं नायडू
TDP की सबसे बड़ी मांग आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य का दर्जा हो सकती है। आंध्र प्रदेश से तेलंगाना को अलग करने के बाद से ही ये मांग जोर पकड़ रही है।
नायडू और पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी दोनों ने कई विशेष दर्जे की मांग की है। दोनों नेताओं का तर्क है कि आंध्र प्रदेश को अन्यायपूर्ण और असमान तरीके से विभाजित किया गया, जिस वजह से उसके हिस्से में राजस्व के स्त्रोत कम और ऋण ज्यादा आया।
NDA
विशेष राज्य की मांग पर नायडू ने छोड़ा था NDA
नायडू विशेष राज्य की मांग को लेकर मुखर रहे हैं। 2014-19 के दौरान TDP NDA का हिस्सा थी और इस दौरान नायडू ने कई बार ये मांग उठाई थी।
हालांकि, जब सरकार ने उनकी नहीं सुनी तो 2018 में नायडू ने NDA से नाता तोड़ लिया था। TDP के 2 केंद्रीय मंत्रियों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 2019 के आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी TDP ने भाजपा पर जमकर हमला बोला था।
स्पीकर
स्पीकर पद पर TDP-JDU की नजरें
रिपोर्ट्स के मुताबिक, TDP और JDU अपने लिए लोकसभा स्पीकर पद भी मांग सकते हैं। गठबंधन सरकार में दलबदल की स्थिति में स्पीकर की भूमिका काफी अहम हो जाती है।
बता दें कि 1998 में जब केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी, तब भी स्पीकर पद TDP के पास था।
रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि चिराग पासवान ने 2 और जीतनराम मांझी ने भी एक मंत्रालय की मांग की है।
परिणाम
चुनावी नतीजों में NDA को बहुमत
लोकसभा चुनाव के अंतिम नतीजों में NDA को 292 सीटें मिली हैं, जबकि INDIA गठबंधन के हिस्से 234 सीटें आई हैं। अन्य के खाते में 17 सीटें गई हैं।
भाजपा को 240 और कांग्रेस को 99 सीटें मिली हैं। इसके बाद समाजवादी पार्टी (SP) को 37, तृणमूल कांग्रेस को 29, द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) को 22, TDP को 16, JDU को 12, शिवसेना (उद्धव) को 9, NCP (शरद) को 8 और शिवसेना (शिंदे) को 7 सीटें मिली हैं।