कब बहाल होगा जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा? अमित शाह ने बताई योजना
क्या है खबर?
साल 2019 में अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि परिसीमन के बाद यहां चुनाव होंगे और फिर राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा।
तीन दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंचे शाह ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराने की तैयारियां चल रही हैं। इसमें परिसीमन समेत कई मुद्दों पर काम जारी है। उसके बाद चुनाव होंगे और फिर राज्य का दर्जा बहाल होगा।
जानकारी
अमित शाह ने बताया रोडमैप
अमित शाह ने कहा कि उन्होंने संसद में वादा किया था कि विधानसभा चुनावों के बाद जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग परिसीमन को रोकना चाहते हैं क्योंकि इससे उनकी राजनीति को नुकसान होता है। अब कश्मीर में ऐसी चीजें नहीं रुकेंगी। एक सही परिसीमन किया जाएगा और फिर चुनाव करवाए जाएंगे।
शाह ने कहा, "मैंने देश की संसद में यहा कहा था और यह इसका रोडमैप है।"
आतंकियों को संदेश
शांति भंग करने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई- शाह
अपने दौरे के पहले दिन आतंकवादियों का निशाना बने लोगों के परिजनों से मुलाकात करने के बाद अमित शाह ने शांति भंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में विकास कार्यों को थमने नहीं देगी और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर काम करेगी। आतंकवादियों को भी साफ संदेश है कि सरकार पीछे नहीं हटेगी और उनकी कायराना हरकतों का सख्त जवाब दिया जाएगा।
अपील
"युवाओं पर आतंकवाद से लड़ाई की जिम्मेदारी"
गृह मंत्री ने कहा कि वो कश्मीर के युवाओं से दोस्ती करने आए हैं। उन्होंने युवाओं से भारत सरकार के साथ मिलकर कश्मीर को आगे ले जाने की यात्रा में भागीदार बनने की अपील की।
उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद और विकास एक साथ नहीं रह सकते। सरकार आतंकवाद के सफाये की कोशिश कर सकती है, लेकिन युवाओं पर आतंकवाद को दूर करने की जिम्मेदारी है। युवाओं को शांति और विकास का दूत बनना होगा।
बयान
अनुच्छेद 370 हटाने को बताया ऐतिहासिक फैसला
अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले का बचाव करते हुए अमित शाह ने कहा कि 5 अगस्त, 2019 का दिन कश्मीर के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। इससे कश्मीर में आतंकवाद, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और दहशत पर रोक लगी और शांति, विकास, समृद्धि और सह-अस्तित्व का नया दौर शुरू हुआ है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग दावा कर रहे थे कि कश्मीर में आतंकवाद बढ़ेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और पत्थरबाजी भी थमी है।
जम्मू-कश्मीर दौरा
महत्वपूर्ण माना जा रहा शाह का दौरा
अमित शाह का यह दौरा पहले से प्रस्तावित था, लेकिन मौजूदा समय में आतंकी घटनाओं में आई वृद्धि के चलते उनकी इस यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
शनिवार को उन्होंने प्रशासन और सुरक्षाबलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी।
राजभवन में हुई इस बैठक में अधिकारियों ने उन्हें आतंकवाद को खत्म करने के लिए उठाए गए कदमों और घुसपैठ रोधी उपायों की जानकारी दी।