तीखा खाना खाने से शरीर पर क्या होता है असर? जानें 5 संभावित प्रभाव
क्या है खबर?
तीखा खाना खाने का शौक बहुत से लोगों को होता है और मसालेदार खान-पान की चीजों का स्वाद भी लाजवाब होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका आपके शरीर पर क्या असर पड़ सकता है?
तीखे मसालेदार खाने के कुछ स्वास्थ्य संबंधी प्रभाव भी होते हैं, जो जानना जरूरी है।
इस लेख में हम जानेंगे कि तीखा खाना खाने से आपके शरीर पर कौन-कौन से प्रभाव पड़ सकते हैं और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
#1
पेट में जलन और एसिडिटी बढ़ना
तीखा खाना अक्सर पेट में जलन और एसिडिटी की समस्या को बढ़ा सकता है।
जब आप अधिक मसालेदार भोजन खाते हैं तो यह आपके पेट की दीवारों को उत्तेजित कर सकता है, जिससे एसिड का उत्पादन बढ़ जाता है।
इससे आपको सीने में जलन या खट्टी डकार जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
अगर आपको पहले से ही एसिडिटी की समस्या है तो तीखे खाने से बचना बेहतर होगा।
#2
पाचन तंत्र पर असर
मसालेदार भोजन आपके पाचन पर असर डाल सकता है। यह आंतों की गति को तेज कर देता है, जिससे दस्त या पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कुछ लोग इसे पाचन के लिए फायदेमंद मानते हैं क्योंकि यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है और भोजन को जल्दी पचाने में मदद करता है।
हालांकि, संवेदनशील पेट वालों के लिए यह परेशानी का कारण बन सकता है।
अगर आपको पहले से पेट की समस्याएं हैं तो मसालेदार खाने से बचें।
#3
त्वचा पर प्रभाव
कुछ लोगों के लिए तीखा खाना त्वचा संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है।
मसालेदार भोजन रक्त संचार को बढ़ा सकता है, जिससे चेहरे पर लालिमा या मुंहासे जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है तो आपको अपनी डाइट में मसालों की मात्रा कम करनी चाहिए ताकि त्वचा स्वस्थ बनी रहे।
मसालेदार खाने से त्वचा में जलन भी हो सकती है इसलिए संतुलित मात्रा में इसका सेवन करना जरूरी होता है।
#4
वजन घटाने में है मददगार
तीखा खाना वजन घटाने में मददगार साबित हो सकता है क्योंकि यह मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और कैलोरी बर्न करने की प्रक्रिया को बढ़ावा देता है।
कैप्साइसिन नामक तत्व जो मिर्चियों में पाया जाता है, वह भूख कम करने और ऊर्जा खर्च बढ़ाने में सहायक होता है।
हालांकि, इसे संतुलित मात्रा में ही लेना चाहिए ताकि अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सके।
#5
हृदय स्वास्थ्य पर असर
मसालेदार भोजन हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने और खराब कॉलेस्ट्रोल कम करने में मदद करते हैं।
यह हृदय की धमनियों को साफ रखने में सहायक होता है, जिससे रक्त संचार बेहतर होता है।
हालांकि, इसका अत्यधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है इसलिए इसे संतुलित मात्रा में लेना जरूरी है।