जॉ-लाइन को सही रूप देने में मदद करते हैं ये 5 फेस योगासन, ऐसे करें अभ्यास
परफेक्ट जॉ-लाइन सभी की चाहत होती है और इसके लिए बहुत से लोग घंटों जिम में बिताते हैं, लेकिन इससे भी उन्हें कुछ खास लाभ नहीं मिलता है। हालांकि, जिम में बहुत पसीना बहाए बिना घर पर योग करके भी एक अच्छी जॉ-लाइन प्राप्त की जा सकती है। आइए आज हम आपको ऐसे ही 5 फेस योगासन के बारे में बताते हैं, जो एक परफेक्ट जॉ-लाइन लाने में मदद करने के साथ-साथ त्वचा की देखभाल भी करते हैं।
फिश फेस योग
फिश फेस योग चेहरे की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाएं बिना गाल की मांसपेशियों को स्ट्रेच करने में मदद करता है। इससे त्वचा के टाइट होने के साथ डबल चिन की समस्या भी कम होती है। लाभ के लिए पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठें और फिर गाल और होठों अंदर की ओर खींचते हुए मुंह को मछली जैसा आकार दें। इस स्थिति में कुछ सेकंड रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। इसे रोजाना 5 बार जरूर करें।
एयर किस योग
एयर किस योग जबड़े की चर्बी को कम करने और मुंह के आसपास की रेखाओं को हटाने के लिए काफी प्रभावी है। इसके अलावा इससे गर्दन का मोटापा भी कम होता है। सबसे पहले सेल्फी लेते समय जैसे मुंह का पाउट बनाया जाता है, ठीक वैसे ही पाउट बनाएं और फिर ऊपर की तरफ 20 सेकंड के लिए देखें। अब मुंह सामान्य करके मुस्कुराएं और मुंह के चारों ओर मजबूती से दवाब डालें। इसे कम से कम 3-4 बारे करें।
जीभ की एक्सरसाइज
जीभ स्ट्रेच करने वाली एक्सरसाइज से ठुड्डी की नीचे की मांसपेशियों में खिचांव महसूस होता है। इससे जॉ-लाइन को सही रूप मिलता है और चेहरे की चर्बी कम होती है। इस एक्सरसाइज का नियमित अभ्यास करने से चेहरा आकर्षक होता है। यह पुरुष और महिला दोनों के लिए है। इसके लिए गर्दन को पीछे की ओर झुकाएं और जितना हो सके अपनी जीभ का बाहर की ओर निकालें। करीब 10 सेकंड के बाद सामान्य हो जाएं। ऐसा 4-5 बार करें।
सिंह मुद्रा (लायन पोज)
यह योग चेहरे का ब्लड सर्कुलेशन ठीक करता है और चेहरे की मांसपेशियों को तनाव से राहत दिलाने में मदद करता है। इससे जॉ-लाइन अच्छी होती है। सबसे पहले सुखासन की स्थिति में बैठ जाएं और फिर दोनों हाथों को घुटनों के ऊपर रखें और पीठ सीधी रखें। अब अपनी ठुड्डी को छाती के करीब लाते हुए जीभ को नीचे की ओर बाहर निकालें और शेर जैसी आवाज करें। इसे योग को रोजाना 4-5 बार करें।
चिन लॉक
चिन लॉक को जालंधर बंध योग भी कहा जाता है। इसे करने के लिए सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में सीधे बैठ जाएं और फिर हाथों को घुटनों पर रखें। अब गहरी सांस लेकर हल्का सा आगे की ओर झुके और कंधों को ऊपर उठा लें। इसके बाद सिर को सीने की तरफ इस तरह झुकाएं की ठुड्डी गले का स्पर्श करें। कुछ सेकंड इसी स्थिति में सांस रोककर रखें और फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएं।