एसिडिटी से परेशान रहते हैं तो आज ही अपनी डाइट से दूर करें ये चीज़ें
हैवी डाइट लेना दुबले-पतले लोगों के लिए बहुत ज़रूरी होता है, लेकिन कई बार हैवी डाइट लेने की वजह से सीने में जलन की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। कई अम्लीय खाद्य पदार्थ सही तरह से पच नहीं पाते हैं, जो एसिडिटी की वजह बनते हैं। इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थ खाने चाहिए जो आसानी से पच जाएँ। आज हम आपको कुछ ऐसी खाने की चीज़ों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आपको दूर रहना चाहिए।
चॉकलेट का ज़्यादा सेवन बनता है एसिडिटी का कारण
चॉकलेट का स्वाद ज़्यादातर लोगों को पसंद है। यह जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही पेट के लिए नुक़सानदायक भी होता है। एसिडिटी से परेशान रहने वालों के लिए चॉकलेट कई वजहों से बिलकुल भी नहीं खाना चाहिए। इसमें कैफ़ीन, थियोब्रोमाइन, फैट अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो एसिडिटी को बढ़ावा देता है। चॉकलेट में पाई जाने वाली कोको, रिफ्लक्स को बढ़ावा देने के लिए ज़िम्मेदार होती है। इसलिए इसका सेवन कम करें।
सोडे के सेवन से होती है पेट में जलन
सोडा और अन्य कार्बोनेटेड ड्रिंक पेट में एसिड पैदा करने के लिए ज़िम्मेदार होते हैं। कार्बोनेशन के बुलबुले पेट के अंदर फैलते हैं और बढ़ते दबाव की वजह से पेट में जलन होने लगती है। सोडे में एसिडिटी का कारक कैफ़ीन भी होता है।
गैस्ट्रिक एसिड को बढ़ावा देता है अल्कोहल
वैसे तो सेहत के लिए अल्कोहल पहले से ही सही नहीं माना जाता है। इसके साथ ही यह पेट के लिए भी काफ़ी नुक़सानदायक होता है। आपको बता दें कि बीयर और वाइन जैसे मादक पेय पदार्थ न केवल पेट में गैस्ट्रिक एसिड को बढ़ाते हैं, बल्कि शरीर को डिहाईड्रेट भी कर देते हैं, जिससे पेट में एसिड बनता है। अगर किसी पार्टी में आपको ड्रिंक करनी है तो भूलकर भी इसमें सोडा या अन्य कार्बोनेटेड ड्रिंक न मिलाएँ।
काम करें चाय या कॉफ़ी का सेवन
आज के समय में चाय या कॉफ़ी भारतीय संस्कृति का हिस्सा बन गई है। शायद ही कोई घर होगा, जहाँ सुबह चाय या कॉफ़ी नहीं बनती हो। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि एक दिन में एक कप कॉफ़ी या चाय पीना ठीक होता है, लेकिन इसका ज़्यादा सेवन करने से एसिडिटी की समस्या हो सकती है। इसमें कैफ़ीन पाया जाता है, जिससे गैस्ट्रिक एसिड का स्राव होता है। भूलकर भी ख़ाली पेट चाय या कॉफ़ी न पीएँ।
फैटी फ़ूड्स होते हैं ज़्यादा अम्लीय
अक्सर जिम जाने वाले लोग ज़्यादा मात्रा में फैटी फ़ूड का सेवन करते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फैटी फ़ूड ज़्यादा अम्लीय होते हैं और वे पेट में ज़्यादा समय तक रहते हैं, जिससे एसिडिटी होने की संभावना बढ़ जाती है। ज़्यादा मात्रा में फ़्राइड फ़ूड, मीट खाने से बचें, क्योंकि इन्हें पचाने में बहुत समय लगता है। इसकी जगह आप लीन मीट और उबले हुए खाने अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
खट्टे फल बनते हैं सबसे ज़्यादा एसिडिटी का कारण
इसमें कोई शक नहीं है कि फलों का सेवन बेहतर स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है। लेकिन फलों का सेवन करते समय आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि ख़ाली पेट इनका सेवन नुक़सानदायक होता है। इसकी वजह से एसिडिटी सबसे ज़्यादा होती है। संतरा, नींबू, जामुन और टमाटर जैसे फल ज़्यादा अम्लीय होते हैं, जो पेट में जलन का कारण बनते हैं। इसलिए विशेषज्ञों के अनुसार ख़ाली पेट इन फलों का सेवन करने से बचना चाहिए।
ज़्यादा मसालेदार खाना होता है नुक़सानदायक
ज़्यादा मसालेदार खाना शरीर पर बुरा प्रभाव डालता है। मिर्च, गर्म-मसाला और काली मिर्च प्राकृतिक रूप से एसिडिक होते हैं। इन्हें खाने से एसिड बनने लगता है। हालाँकि, समिति मात्रा में इनका सेवन करना काफ़ी अच्छा होता है।