रोजाना 15 मिनट तेज गति से चलने की आदत घटा सकती है मृत्यु का जोखिम- अध्ययन
क्या है खबर?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ स्वस्थ रहने के लिए रोजाना पैदल चलने की सलाह देते हैं। इस शारीरिक गतिविधि को दिनचर्या का हिस्सा बनाने से हृदय स्वास्थ्य दुरुस्त रहता है, वजन घटता है और कई अन्य लाभ भी मिलते हैं। अब एक नया अध्ययन किया गया है, जिससे सामने आया है कि रोजाना 15 मिनट पैदल चलने से मृत्यु का जोखिम कम हो सकता है। इस गतिविधि का ज्यादा फायदा तब मिलता है जब आप तेज गति से टहलते हैं।
अध्ययन
15 मिनट चलने से 20 प्रतिशत कम होता है मौत का जोखिम
सदर्न कम्युनिटी कोहोर्ट स्टडी के डाटा का उपयोग करके अध्ययन को पूरा किया गया था। इसे अमेरिकन जॉर्नल ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन नामक पत्रिका में प्रकाशित भी किया गया था। इसके जरिए शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि पैदल चलने की अवधि और गति मुख्य रूप से अश्वेत और निम्न आय वाले अमेरिकी वयस्कों में समग्र मृत्यु दर से कैसे जुड़ी हुई है। पता चला कि दिन में 15 मिनट तेज चलने से मृत्यु का जोखिम 20 प्रतिशत कम होता है।
विवरण
धीरे-धीरे पैदल चलने से होता है कम फायदा
अध्ययन के मुताबिक, 3 घंटे से अधिक समय तक धीरे-धीरे पैदल चलने से मौत का जोखिम 4 प्रतिशत ही कम होता है। धीमी गति से चलने की लंबी अवधि हृदय रोग से होने वाली मृत्यु दर में कमी ला सकती है। तेज चलने से उन व्यक्तियों को ज्यादा फायदा हुआ, जो पहले से ही बीमरियों से पीड़ित थे। अध्ययन में कहा गया कि केवल तेज चलने से ही नहीं, बल्कि सीढ़ियां चढ़ने और एक्सरसाइज करने से भी फायदा होता है।
प्रक्रिया
85,000 लोगों के डाटा का हुआ था विश्लेषण
शोधकर्ताओं ने SCCS के आंकड़ों का उपयोग किया, जिसमें 2002 से 2009 के बीच 40 से 79 वर्ष की आयु के लगभग 85,000 लोगों को नामांकित किया गया था। अधिकांश प्रतिभागी निम्न आय वर्ग के थे और उन्हें 12 दक्षिण-पूर्वी अमेरिकी राज्यों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से चुना गया था। सभी से जनसांख्या, स्वास्थ्य इतिहास, जीवनशैली और चलने की आदतों से जुड़े सवाल पूछे गए थे। कुछ लोगों की मृत्यु के बाद केवल 80,000 प्रतिभागी अध्ययन का हिस्सा बने थे।
जांच
प्रतिभागियों की चलने की आदत पर रखी गई थी नजर
प्रतिभागियों ने बताया कि वे हर दिन धीरे-धीरे और तेज चलने में कितना समय बिताते थे। इन अवधियों को 4 श्रेणियों में बांटा गया था, जो न के बराबर, 30 मिनट से कम, 30-60 मिनट और 60 मिनट से ज्यादा थीं। शोधकर्ताओं ने समग्र जीवनशैली स्कोर तैयार करने के लिए डाइट, गतिहीन व्यवहार, शारीरिक गतिविधि, शराब का सेवन और धूम्रपान जैसे कारकों की भी जांच की थी। यह स्कोर मृत्यु दर जोखिम से जुड़े प्रतिगमन गुणांकों पर आधारित था।
नतीजे
क्या रहे इस अध्ययन के नतीजे?
अध्ययन 17 सालों तक चला था, जिसके दौरान 79,856 प्रतिभागियों में से 26,800 से ज्यादा की मौत हो गई थी। लगभग आधे प्रतिभागियों ने बताया कि वे तेज नहीं चलते थे और एक-तिहाई ने बताया कि वे रोजाना 3 घंटे से ज्यादा धीरे-धीरे चलते थे। तेज चलने से सभी कारणों से होने वाली मृत्यु दर में कमी देखी गई। रोजाना केवल 15 मिनट तेज चलने से धीमे चलने की तुलना में मृत्यु दर में 19 प्रतिशत की कमी देखी गई।