
हड्डियों को कमजोर करने के अलावा भी कई बीमारियों का कारण बन सकती है विटामिन-D की कमी
क्या है खबर?
विटामिन-D एक ऐसा पोषक तत्व है, जो शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाता है और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके अलावा यह शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता को भी बढ़ाता है। आमतौर पर लोग विटामिन-D को हड्डियों के स्वास्थ्य से जोड़ते हैं, लेकिन इसकी कमी कई गंभीर बीमारियों का कारण भी बनती है। आइए जानते हैं कि विटामिन-D की कमी से किन-किन बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
#1
हड्डियों की कमजोरी
हड्डियों की कमजोरी एक ऐसी स्थिति है, जिसमें हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है और वे कमजोर होकर आसानी से टूटने लगती हैं। इसका मुख्य कारण विटामिन-D की कमी है। जब शरीर में विटामिन-D की मात्रा कम होती है तो हड्डियां कैल्शियम को ठीक से अवशोषित नहीं कर पातीं, जिससे उनका घनत्व कम हो जाता है। इसके कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और टूटने का खतरा बढ़ जाता है।
#2
मधुमेह की बीमारी
विटामिन-D की कमी मधुमेह की बीमारी होने का खतरा बढ़ा सकती है। यह बीमारी तब होती है जब शरीर इंसुलिन का सही से उपयोग नहीं कर पाता या शरीर में इंसुलिन की मात्रा बहुत कम होती है। इंसुलिन एक हार्मोन है, जो शरीर में शक्कर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इंसुलिन की कमी से शरीर में शक्कर का स्तर बढ़ जाता है, जिससे कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
#3
मानसिक उदासी
मानसिक उदासी एक मानसिक बीमारी है, जो व्यक्ति को उदासी, निराशा और अकेलेपन जैसे भावनाओं से जूझने पर मजबूर करती है। यह बीमारी तब होती है जब व्यक्ति के दिमाग में कुछ रसायनों का संतुलन बिगड़ जाता है। इन रसायनों में से एक 'सेरोटोनिन' है, जिसकी कमी से मानसिक उदासी हो सकता है। विटामिन-D की कमी भी सेरोटोनिन के स्तर को प्रभावित करती है, जिससे मानसिक उदासी होने का खतरा बढ़ सकता है।
#4
शरीर की प्रतिरक्षा बीमारियां
प्रतिरक्षा बीमारियों में शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता अपने ही स्वास्थ्य पर हमला करना शुरू कर देती है और उसे नुकसान पहुंचाने लगती है। इस श्रेणी में आने वाली बीमारियां जैसे कि ल्युपस, क्रोन रोग और रुमेटाइड अर्थराइटिस आदि विटामिन-D की कमी से बिगड़ सकती हैं। दरअसल, विटामिन-D की कमी से शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे ये बीमारियां तेजी से बढ़ सकती हैं।
#5
कैंसर का खतरा
विटामिन-D की कमी कैंसर होने का भी कारण बन सकती है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, जिन लोगों के रक्त में विटामिन-D की मात्रा कम होती है उनमें पेट और आंत के कैंसर का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा फेफड़ों और स्तन के कैंसर के साथ-साथ प्रोस्टेट कैंसर का भी खतरा बढ़ जाता है। इसलिए यह जरूरी है कि विटामिन-D की कमी को गंभीरता से लिया जाए और इसके लिए डॉक्टर से संपर्क करें।