इस बार देश मनाएगा 75वां गणतंत्र दिवस, जानिए इसका इतिहास, थीम और परेड का समय
भारत के संविधान को लागू हुए पूरे 74 साल पूरे होने जा रहे हैं और इस बार 75वें गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों हैं। यह दिन लोकतांत्रिक सिद्धांतों और आदर्शों, देश के इतिहास और संस्कृति के सम्मान का प्रतीक है। यकीनन हर बार की तरह इस बार भी इस राष्ट्रीय त्योहार का जश्न काफी जोश और सम्मान के साथ मनाया जाएगा। आइए आज हम आपको इस दिवस का इतिहास और अन्य महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
गणतंत्र दिवस का इतिहास
भारत की संविधान सभा ने 26 नवंबर, 1949 को संविधान को अपनाया और यह 26 जनवरी, 1950 को देश में लागू हुआ। बता दें कि 26 जनवरी, 1930 को कांग्रेस ने अंग्रेजों की गुलामी और शासन के खिलाफ 'पूर्ण स्वराज' का नारा दिया था। इसी की याद में संविधान लागू करने के लिए 26 जनवरी, 1950 तक इंतजार किया गया। इस दिन देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के साथ ध्वजारोहण किया था।
इस बार की थीम क्या है?
इस साल गणतंत्र दिवस की थीम 'विकसित भारत' और भारत- लोकतंत्र की मातृका' रखी गई है। अब इन थीम को विभिन्न झांकियों में प्रतिबिंबित किया जाएगा कि कैसे लोकतंत्र ने देश के विकास में मदद की। इसका मतलब है कि झाकियों के जरिए प्रौद्योगिकी और सांस्कृतिक विरासत जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भारत की प्रगति को प्रदर्शित किया जाएगा। पिछली बार इस दिवस की थीम 'शहीदों को शत शत नमन' रखी गई थी।
परेड का समय
गणतंत्र दिवस की परेड 26 जनवरी को सुबह 10:30 बजे नई दिल्ली के कर्तव्य पथ से शुरू होने वाली है। इसके लगभग 90 मिनट तक चलने की उम्मीद है। बता दें कि सबसे पहली गणतंत्र दिवस की परेड कर्तव्य पथ की बजाय तत्कालीन इर्विन स्टेडियम (अब नेशनल स्टेडियम) में हुई थी। उस वक्त इर्विन स्टेडियम के चारों तरफ चार दीवारी नहीं थी और इसके पीछे लाल किला साफ नजर आता था।
इस बार इन राज्यों की झाकियां होगीं आकर्षण का केंद्र
अधिकतर लोग गणतंत्र दिवस की झांकियों को देखने में रुचि दिखाते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, राजस्थान, ओडिशा, मणिपुर, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हरियाणा, गोवा, मेघालय, लद्दाख, कर्नाटक, झारखंड, गुजरात, छत्तीसगढ़, असम, अरुणाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश की झांकियां देखने को मिल सकती हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार के कई मंत्रालय की झांकियां भी होंगी।