कलौंजी से स्वास्थ्य को मिलते हैं 5 लाभ, आज ही करें डाइट में शामिल
कलौंजी दुनियाभर में मसाले के रूप में लोकप्रिय है और इसे काला जीरा या काला बीज भी कहा जाता है। इसका इस्तेमाल लंबे समय से पारंपरिक चिकित्सा में किया जा रहा है। इसका कारण है कि कलौंजी शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-सेप्टिक और एंटी-हाइपरटेंसिव एजेंट के साथ-साथ ओलियोरेसिन, टैनिन और सेस्क्यूटरपीन जैसे तत्वों से भी भरपूर होती है। आइए जानते हैं कि कलौंजी को डाइट में शामिल करने से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।
खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को करें कम
खराब कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग का कारण बन सकता है, इसलिए इसके स्तर को कम करना जरूरी है। एक शोध के अनुसार, कलौंजी में मौजूद एंटी-हाइपरकोलेस्टरोलेमिक गुण खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) और ट्राइग्लिसराइड्स (Triglyceride) का स्तर कम कर सकता है। खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में कलौंजी के बीज का पाउडर लाभकारी हो सकता है। लाभ के लिए पाउडर को गुनगुने पानी के साथ रोजाना लें।
वजन घटाने में है कारगर
बढ़ता वजन हृदय रोग, मधुमेह और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी बीमारियों के लिए जिम्मेदार हो सकता है। ऐसे में इसे नियंत्रित रखना जरूरी है और इसके लिए कलौंजी का सेवन करना लाभदायक हो सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों ने 5-6 हफ्तों तक कलौंजी का सेवन किया, उनमें बॉडी मास इंडेक्स (BMI) और कुल वसा का स्तर कम हुआ। वजन घटाने के लिए रोजाना खाली पेट कलौंजी को गुनगुने पानी से निगलें।
कैंसर से सुरक्षित रखने में है मददगार
कलौंजी में मौजूद एंटी-कैंसर प्रभाव कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। इसके अतिरिक्त इसमें ल्यूटिन नामक पोषक तत्व पाया जाता है, जो एक तरह का एंटी-ऑक्सीडेंट है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर में मुक्त कणों को बेअसर कर स्तन कैंसर के साथ-साथ कई तरह के कैंसर को पनपने से रोकने में मदद कर सकता है। इसके लिए अपनी डाइट में कलौंजी युक्त व्यंजनों को शामिल करें।
मधुमेह के स्तर को करता है नियंत्रित
हर दिन 2 ग्राम कलौंजी का सेवन करने से मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। एक ईरानी अध्ययन ने ग्लूकोज होमियोस्टेसिस पर कलौंजी के लाभकारी प्रभावों को भी दिखाया था, जो मधुमेह का जोखिम बढ़ाता है। एक अन्य अध्ययन में कलौंजी का सेवन ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन के स्तर को कम करने में भी प्रभावी पाया गया, इसलिए डॉक्टरी सलाह के बाद मधुमेह रोगी इसका सेवन जरूर करें।
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में है सहायक
गलत खान-पान, शारीरिक गतिविधियों में कमी और मानसिक तनाव आदि के कारण कोई भी व्यक्ति अनियंत्रित ब्लड प्रेशर की समस्या से ग्रसित हो सकता है। ऐसे में कलौंजी का सेवन इस समस्या के जोखिमों को कम करने में सहायक हो सकता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, कलौंजी में एंटी-हाइपरटेंशन प्रभाव होता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।