तुलसी होती है कई पोषक तत्वों का भंडार, सेवन से मिलते हैं ये फायदे
क्या है खबर?
धार्मिक मान्यताओं के अलावा आयुर्वेद में भी तुलसी का इस्तेमाल कई बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है।
इसका कारण है कि यह एक स्वास्थ्यवर्धक जड़ी-बूटी है, जिसकी महज 100 ग्राम मात्रा कई पोषक तत्वों समेत एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण से भरपूर होती है।
इसमें विटामिन-A, विटामिन-C, विटामिन-K, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, आयरन और पोटैशियम जैसे खनिज होते हैं।
इसलिए अगर आप इसे अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो इससे आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
#1
इम्यूनिटी को मजबूती देने में है सहायक
तुलसी में विटामिन-C और जिंक भरपूर मात्रा में होता है। इस प्रकार से यह प्राकृतिक इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में कार्य करता है और संक्रमण को दूर रख सकता है।
इसके अतिरिक्त तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण भी होते हैं, जो कई तरह की बीमारियों का इलाज कर सकते हैं।
साथ ही तुलसी का सेवन सांस संबंधी समस्याओं जैसे अस्थमा तक को दूर करने में लाभप्रद हो सकता है।
यहां जानिए इम्यूनिटी बढ़ाने वाली चीजें।
#2
हृदय के स्वास्थ्य के लिए है बेहतरीन
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, तुलसी में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
दरअसल, एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस, विषाक्त तत्वों और फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करके हृदय रोग के खतरे से आपको बचा सकते हैं।
इस आधार पर कहा जा सकता है कि तुलसी हृदय के लिए लाभदायक है।
#3
मौसमी समस्याओं को दूर करने में भी है मददगार
सर्दियों के दौरान सर्दी और जुकाम जैसी समस्याएं हो जाती हैं। इनसे बचाव के लिए तुलसी का सेवन बेहद लाभकारी है।
इसमें रोजमेरिनिक एसिड होता है, जो एंटी-एलर्जेनिक के साथ-साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव से युक्त होता है। ये दोनों प्रभाव मौसमी एलर्जी से बचाव करने में सहायक हैं।
इसके अलावा यह ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों में फैलने वाले संक्रमण को दूर करके फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार करने में भी सक्षम है।
#4
दर्द और सूजन को कम करने में है कारगर
शारीरिक दर्द और सूजन से राहत दिलाने में भी तुलसी का सेवन मदद कर सकता है।
NCBI की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार, तुलसी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक (दर्द-निवारक) गुण पाए जाते हैं।
ये गुण जहां एक ओर शारीरिक दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं, वहीं सूजन जैसी तकलीफदेह स्थिति में भी कुछ हद तक सुधार कर सकते हैं।
इसके लिए प्रभावित जगह पर तुलसी के तेल से मालिश करें।
#5
तनाव से राहत दिलाने में है प्रभावी
जब किसी व्यक्ति में कोर्टिसोल हॉर्मोन असंतुलित और बढ़ जाता है तो वह व्यक्ति तनावग्रस्त रहता है और उसकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
तुलसी में एंटी-स्ट्रेस गुण होते हैं, जो काफी हद तक तनाव से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
इस वजह से तुलसी का सेवन करने से शरीर में कोर्टिसोल के स्तर को कम किया जा सकता है। इससे तनाव और थकान दोनों में कमी हो सकती है।