तुलसी की चाय पीने से मिलते हैं कई स्वास्थ्य लाभ, डाइट में जरूर करें शामिल
क्या है खबर?
चाय और कॉफी के बिना कई लोगों की जिंदगी मानो अधूरी सी है। खासकर चाय में तो कई तरह के फ्लेवर मौजूद हैं।
किसी को ग्रीन टी पसंद है तो कोई कड़क चाय या नींबू की चाय का जायका लेना पसंद करता है।
वहीं, तुलसी की चाय पीने वालों की भी कमी नहीं है, क्योंकि इस चाय का सेवन शारीरिक समस्याओं से राहत देने में बेहद कारगर है।
आइए इस चाय को बनाने का तरीका और इसके फायदे जानें।
रेसिपी
तुलसी की चाय बनाने का तरीका
सामग्री: तुलसी की पांच से छह पत्तियां, एक कप पानी, एक चौथाई चम्मच चायपत्ती, थोड़ा सा दूध (वैकल्पिक), चीनी या शहद (स्वादानुसार)।
चाय बनाने का तरीका: सबसे पहले एक पैन में पानी को अच्छे से गर्म करें, फिर उसमें चायपत्ती डालें और जब पानी में उबाला आ जाए तो तुलसी की पत्तियां और दूध डालकर फिर से उबालें। अब चाय को एक कप में छानकर निकालें और इसमें शहद या चीनी मिलाकर इसका सेवन करें।
#1
सांस से जुड़ी समस्याओं के जोखिम को करें कम
तुलसी की चाय का सेवन सांस से संबंधित कई समस्याओं से राहत दिलाने में काफी मदद कर सकता है।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, यह चाय एंटी-ऑक्सीडेंट गुण से समृद्ध होती है, जो ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और इओसिनोफिलिक लंग्स डिजीज (फेफड़े से जुड़ी बीमारी) आदि बीमारियों के जोखिम को कम कर सकती है।
इसलिए सांस की बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए तुलसी की चाय का सेवन करना बेहतरीन है।
#2
ब्लड प्रेशर को बेहतर तरीके से संचालित करने में है कारगर
ब्लड प्रेशर को बेहतर तरीके से संचालित रखने में भी तुलसी की चाय का सेवन फायदेमंद है।
एक शोध के मुताबिक, तुलसी की चाय में एंटी-ऑक्सीडेंट के साथ-साथ कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जिस कारण इसका पर्याप्त मात्रा में सेवन ब्लड प्रेशर को सही ढंग से संचालित करने में मददगार है।
अगर कोई ब्लड प्रेशर से संबंधित दवा का सेवन कर रहा है तो डॉक्टर की सलाह लेकर उसकी जगह तुलसी की चाय का सेवन कर सकता है।
#3
मौसमी एलर्जी को दूर करने में है सहायक
अगर मौसम में बदलाव होते ही आपको एलर्जी की समस्या हो जाती है तो इससे बचाव के लिए तुलसी की चाय का सेवन लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
दरअसल, तुलसी की चाय में रोजमेरिनिक एसिड सम्मिलित होता है जो एंटी-एलर्जेनिक के साथ-साथ एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रभाव से युक्त होता है।
ये दोनों प्रभाव मिलकर मौसमी एलर्जी से बचाव करने में सहायक हो सकते हैं। इसलिए सीजनल एलर्जी को दूर करने के लिए इस चाय को डाइट में शामिल किया जा सकता है।
#4
टाइप-2 मधुमेह ग्रसितों के लिए है बेहद लाभकारी
मधुमेह के जोखिमों को कम करने में भी तुलसी की चाय का सेवन कारगर है।
NCBI की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, इसमें एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक एजेंट होते हैं, जो शरीर में शुगर के स्तर को नियंत्रित कर मधुमेह के जोखिम को कम करने में सहायक साबित हो सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, तुलसी की चाय शरीर में इंसुलिन का स्तर बनाए रखने में मदद करती है जिससे खून में शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।