कई गुणों की खान है रामदाना, जानिए इससे मिलने वाले फायदे
रामदाना को राजगिरा और चौलाई के नाम से भी जाना जाता है। यह छोटे-छोटे फूले हुए बीज होते हैं, जिनका इस्तेमाल आमतौर पर उपवास के खाद्य पदार्थों को बनाने के लिए किया जाता है। रामदाना का वैज्ञानिक नाम अमरंथुस (Amaranthus) है और इसे अंग्रेजी में अमरंथ के नाम से जाना जाता है। यह कई पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, इसलिए इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। आइए आज रामदाना के फायदे जानते हैं।
वजन नियंत्रित करने में है सहायक
अपनी डाइट में रामदाना को शामिल करने से आपको वजन नियंत्रित करने में काफी मदद मिलती है क्योंकि इनमें वसा की मात्रा कम होते हैं और इनमें कोलेस्ट्रॉल भी नहीं होता है। इसके अतिरिक्त, रामदाना में उच्च फाइबर और प्रोटीन होता है, जो आपके पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करवाते हैं और आप अस्वास्थ्यवर्धक स्नैकिंग से बच सकते हैं। बता दें कि 100 ग्राम रामदाना में लगभग 23 कैलोरी होती है।
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में है सहायक
हाई कोलेस्ट्रॉल हृदय रोगों के जोखिम को बढ़ा सकता है, इसलिए इसे नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है और इसमें भी रामदाना आपकी मदद कर सकता है। कई अध्ययनों के अनुसार, रामदाना में मौजूद फाइटोस्टेरॉल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में प्रभावी होते हैं। हैम्स्टर्स पर किए एक अध्ययन के अनुसार, रामदाना के तेल ने कुल और खराब कोलेस्ट्रॉल को 15 से 22 प्रतिशत तक कम किया। रामदाना अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हुए खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए है लाभदायक
रिसर्चगेट की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, रामदाना का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती प्रदान करने में भी सहायक है। दरअसल, रामदाना एंटी-ऑक्सिडेंट, कई तरह के विटामिन्स और खनिजों से भरपूर होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। वहीं, इसमें विटामिन-C की उच्च मात्रा मौजूद होती है, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करती है और घाव को जल्दी भरने के लिए आवश्यक है।
पाचन क्रिया को रखे स्वस्थ
अगर आप पाचन संबंधित समस्याओं से पीड़ित रहते हैं तो राहत के लिए रोजाना रामदाना की पत्तियों से बने पानी का सेवन करना शुरू कर दें। दरअसल, रामदाना के पत्ते पाचन विकारों के खिलाफ अत्यधिक प्रभावी होते हैं और कब्ज, गैस, सूजन, गैस्ट्रिक और अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसी समस्याओं से राहत दे सकते हैं। यही नहीं, विटामिन-B, एंटी-बायोटिक और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भरपूर रामदाना की पत्तियां शरीर में एसिड रिफ्लक्स के जोखिम भी कम कर सकती हैं।
एनीमिया के इलाज के लिए है बढ़िया
कई अध्ययनों के अनुसार, आयरन युक्त और पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थ जैसे रामदाना लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन और सेलुलर चयापचय को उत्तेजित करके एनीमिया के विकास की संभावना को कम करने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद विटामिन-C खून में आयरन की मात्रा को बढ़ाता है। पब्लिक हेल्थ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, केन्याई बच्चों ने अपनी डाइट में रामदाना को शामिल करने से एनीमिया के लक्षणों में सुधार का अनुभव किया।