जानिए अगस्त के महीने में आने वाले त्योहार और उनकी विशेषताएं
हर साल अगस्त में सावन या श्रावण के साथ कई त्योहार आते हैं। इस बार सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू हो चुका है, जो 19 अगस्त तक चलेगा। भगवान शिव को समर्पित इस महीने में हरियाली तीज से लेकर रक्षा बंधन जैसे त्योहार आने वाले है, जबकि इसके बाद भी कुछ त्योहार हैं और इन्हें देशभर में बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। आइए आज त्योहारों की तारीखें और उनका महत्व जानते हैं।
सावन शिवरात्रि
तारीख: 2 अगस्त, 2024 सावन के महीने में आने वाली शिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती के दिव्य मिलन का प्रतीक है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक, इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। इस शिवरात्रि को बहुत खास इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि यह भगवान शिव के प्रिय महीने में आती है। इस अवसर पर कई भक्त व्रत रखते हैं।
हरियाली तीज
तारीख: 7 अगस्त, 2024 हरियाली तीज सावन में शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है। पौराणिक काल से यह मान्यता है कि इसी दिन मां पार्वती ने कठिन तपस्या के बाद भगवान शिव को पाया था। इसी दिन पार्वती के तप से प्रसन्न होकर शिवजी ने उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। माता पार्वती को समर्पित इस त्योहार पर सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।
नाग पंचमी
तारीख: 9 अगस्त, 2024 नाग पंचमी का आमतौर पर हरियाली तीज के 2 दिन बाद शुक्ल पक्ष पंचमी को पड़ता है। इस त्योहार पर अनंत, वासुकी, शेष, पद्म, शंखपाल, कालिया, तक्षक और पिंगला आदि नाग देवताओं को पूजा जाता है। इसके अतिरिक्त महिलाएं सांपों को दूध चढ़ाती हैं और अपने भाइयों और परिवार के अन्य सदस्यों की भलाई के लिए प्रार्थना करती हैं। यहां जानिए नाग पंचमी का इतिहास और अन्य महत्वपूर्ण बातें।
रक्षाबंधन
तारीख: 19 अगस्त, 2024 हर साल रक्षाबंधन सावन के महीने के आखिरी दिन यानी पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। इस त्योहार पर बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी भलाई और स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करती हैं, जबकि भाई उन्हें समस्याओं से बचाने का वादा करते हैं। इसके अतिरिक्त भाई अपनी बहनों को विशेष उपहार भी देते हैं। यहां जानिए रक्षाबंधन के लिए पर्यावरण अनुकूल राखियां बनाने के तरीके।
कजरी तीज
तारीख: 22 अगस्त, 2024 कजरी तीज का त्योहार सावन के बाद है, लेकिन इसे भी बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को आता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन माता पार्वती की पूजा करने और व्रत रखने से भगवान शिव और माता पार्वती से एक सुखी विवाहित जोड़ा बने रहने का आशीर्वाद मिल सकता है। यही वजह है कि यह त्योहार सुहागन महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है।
कृष्ण जन्माष्टमी
तारीख: 26 अगस्त, 2024 कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष के आठवें दिन मनाया जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, इसी दिन विष्णु के आठवें अवतार भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा के राजा कंस के वध के लिए हुआ था। इस अवसर पर लोग व्रत रखते हैं। साथ ही मंदिरों को भी खूबसूरती से सजाया जाता है और भगवान कृष्ण के बाल रूप को पूजा जाता है।