नाग पंचमी कब है? जानिए इस त्योहार का इतिहास और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
नाग पंचमी एक हिंदू त्योहार है, जो सावन माह के शुक्ल पक्ष पंचमी या 5वें दिन को मनाया जाता है।
यह त्योहार हरियाली तीज के 2 दिन बाद जुलाई या अगस्त के महीने में आता है।
परंपराओं के अनुसार, महिलाएं नाग देवता से प्रार्थना करती हैं और उन्हें दूध चढ़ाती हैं। इसी तरह अपने भाइयों और परिवार की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करती हैं।
आइए आज हम आपको इस त्योहार की तिथि, महत्व, इतिहास और अन्य महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
तिथि
नाग पंचमी की तिथि और पूजा का समय
इस साल नाग पंचमी 21 अगस्त (सोमवार) को है।
नाग पंचमी की तिथि 21 अगस्त को सुबह 12:21 बजे शुरू होगी और 22 अगस्त को सुबह 2:00 बजे समाप्त होगी।
द्रिक पंचांग के अनुसार, नाग पंचमी की पूजा का समय सुबह 5:53 बजे शुरू होगा और सुबह 8:30 बजे समाप्त होगा।
इस दिन पूजे जाने वाले कुछ नाग देवताओं में अनंत, वासुकी, शेष, पद्म, शंखपाल, कालिया, तक्षक और पिंगला आदि शामिल हैं।
इतिहास
नाग पंचमी का इतिहास
नाग पंचमी से जुड़ी कई किंवदंतियां हैं। एक मान्यता के अनुसार, भगवान कृष्ण खेलते समय यमुना नदी में उतरे थे, लेकिन उस दौरान कालिया नाग ने उन पर हमला कर दिया।
जब भगवान कृष्ण ने कालिया नाग को पराजित किया तो उसने भगवान से दया की भीख मांगी।
कृष्ण ने उसकी जान बख्श दी और उसे गोकुल के निवासियों को अब और कोई नुकसान नहीं पहुंचाने का वचन दिया।
इस तरह से नाग पंचमी विजय का प्रतीक भी है।
महत्व
यह त्योहार क्यों महत्वपूर्ण है?
नाग पंचमी सांपों की पूजा के लिए समर्पित त्योहार है।
सांपों को सबसे शक्तिशाली प्राणी माना जाता है और मुख्य रूप से नागा जनजाति के भक्तों द्वारा देवताओं के रूप में उनकी पूजा की जाती है।
ऐसा माना जाता है कि सांपों की कोई भी पूजा नाग देवताओं तक पहुंचती है।
इसके अतिरिक्त यह माना जाता है कि जो भक्त इस दिन नागों की पूजा करते हैं उन्हें नागों के भय और काल सर्प दोष से छुटकारा मिलता है।
तरीके
क्या है यह त्योहार मनाने के तरीके?
नाग पंचमी का त्योहार हिंदू समुदाय के लोग बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं।
इस अवसर पर कई लोग भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सांपों की पूजा करते हैं और जीवित नागों को दूध और अन्य चीजें चढ़ाते हैं।
कुछ लोग नाग पंचमी से एक दिन पहले व्रत रखते हैं, जिसे नाग चतुर्थी या नागुला चविथि के नाम से जाना जाता है।
इस दिन घर में तरह-तरह के पकवान भी मनाए जाते हैं।