
एयरटेल भारत में गूगल के सहयोग से स्थापित करेगी AI हब, जानिए क्या होगा फायदा
क्या है खबर?
भारती एयरटेल ने मंगलवार (14 अक्टूबर) को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में देश का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हब स्थापित करने के लिए गूगल के साथ साझेदारी की है। दूरसंचार सेवा प्रदाता ने कहा कि यह ऐतिहासिक पहल पूरे भारत में AI को अपनाने में तेजी लाने के साथ गूगल के संपूर्ण AI-स्टैक और यूजर सर्विसेज को भारतीय व्यवसायों के और करीब लाएगी। इस प्रोजेक्ट पर 5 सालों में 15 अरब डॉलर (करीब 1,320 अरब रुपये) का निवेश किया जाएगा।
योजना
एयरटेल AI हब के लिए क्या देगी सुविधा?
एयरटेल इस प्रोजेक्ट में गूगल के नए अंतरराष्ट्रीय सबसी केबल्स को होस्ट करने के लिए एक अत्याधुनिक केबल लैंडिंग स्टेशन (CLS) भी स्थापित करेगी, जो इसके व्यापक वैश्विक स्थलीय और सब-सी इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ेगा। इसके साथ ही कंपनी इस परियोजना के तहत इंट्रा-सिटी और इंटर-सिटी फाइबर नेटवर्क भी बनाएगी। यह उच्च क्षमता वाला, कम विलंबता वाला नेटवर्क गूगल यूजर्स और ग्राहकों को तेज अनुभव प्रदान करेगा। यह भारत के डिजिटल ढांचे का लचीलापन और क्षमता बढ़ाएगा।
AI हब
AI हब में क्या-क्या है शामिल?
दोनों कंपनियों के AI हब में गीगावाट-स्तरीय डाटा सेंटर संचालन, एक मजबूत सब-सी नेटवर्क और स्वच्छ ऊर्जा द्वारा समर्थित, भारत में सबसे अधिक मांग वाले AI वर्कलोड को संचालित करना शामिल है। इसे एयरटेल और अडाणी कॉनेक्स सहित पारिस्थितिकी तंत्र भागीदारों के सहयोग से क्रियान्वित किया जाएगा। भारती एयरटेल के प्रबंध निदेशक गोपाल विट्टल ने कहा, "गूगल के साथ यह साझेदारी भारत के डिजिटल भविष्य में एक निर्णायक क्षण और AI-संचालित युग में अग्रणी बनने की नींव है।"