क्या पौधों पर आधारित डाइट से आती है कमजोरी? जानें इस मिथक की सच्चाई
क्या है खबर?
पौधों पर आधारित डाइट को लेकर कई तरह के मिथक प्रचलित हैं, जिनमें से एक यह है कि यह डाइट कमजोरी का कारण बनती है।
पौधों पर आधारित डाइट में फल, सब्जियां, अनाज और दालें शामिल होती हैं, जो पोषण के अच्छे स्रोत होते हैं। इस लेख में हम इस मिथक की सच्चाई को समझने की कोशिश करेंगे।
आइए जानते हैं कि कैसे यह डाइट आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकती है और इसके क्या प्रभाव होते हैं।
#1
पौधे आधारित डाइट के जरिए मिलते हैं सभी पोषक तत्व
पौधे आधारित डाइट में विटामिन, खनिज और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर के लिए जरूरी होते हैं। फल और सब्जियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।
इसके अलावा, अनाज और दालें प्रोटीन का अच्छा स्रोत होती हैं, जो मांसपेशियों के विकास के लिए अहम होते हैं।
सही संतुलन बनाए रखने से शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिलते रहते हैं, जिससे कमजोरी नहीं आती, बल्कि ऊर्जा बनी रहती है।
#2
क्या इस डाइट में होती है प्रोटीन की कमी?
अक्सर कहा जाता है कि पौधे आधारित डाइट से पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिलता, लेकिन यह सच नहीं है। दालें, चने और टोफू और टेम्पेह जैसे सोया उत्पाद प्रोटीन के अच्छे स्रोत होते हैं।
इनका नियमित सेवन करने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मिल सकता है, जिससे मांसपेशियां मजबूत रहती हैं और कमजोरी महसूस नहीं होती।
सही संयोजन बनाकर खाने से सभी आवश्यक अमीनो एसिड भी प्राप्त किए जा सकते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी होते हैं।
#3
क्या इस डाइट से कम हो जाती है ऊर्जा?
पौधे आधारित डाइट अपनाने वाले लोग अक्सर ऊर्जा कम होने की शिकायत करते हैं, लेकिन इसका कारण गलत खान-पान होता है न कि खुद आहार प्रणाली।
सही समय पर भोजन करना और संतुलित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स लेना ऊर्जा स्तर बनाए रखने में मदद करता है।
ब्राउन राइस या ओट्स जैसे साबुत अनाज खाने से लंबे समय तक ऊर्जा मिलती रहती है, जिससे आप दिनभर सक्रिय रह सकते हैं और बिना थकावट महसूस किए काम कर सकते हैं।
#4
इस डाइट का मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है सकारात्मक प्रभाव
शोध बताते रहे हैं कि पौधे आधारित डाइट मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। फल और सब्जियों का सेवन करने से तनाव कम होता है और मूड बेहतर बनता है।
इसके अलावा, इस की डाइट अपनाने से नींद भी अच्छी आती है, जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, दोनों पर असर डालती है।
जब आप इस तरह की डाइट लेकर अच्छा महसूस करते हैं, तो आपकी कार्यक्षमता भी बढ़ जाती है और आप ज्यादा ऊर्जावान रहते हैं।