
छाछ बनाम कांजी: जानिए इनमें से किसका सेवन पाचन के लिए है बेहतर
क्या है खबर?
शरीर को पोषण देने के लिए पानी का भरपूर सेवन करना जरूरी है। अगर आप रोजाना 2 गिलास पानी के साथ कुछ और तरल पदार्थ पीते हैं तो यह आपके शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद कर सकता है। इसके लिए आप छाछ या कांजी का सेवन कर सकते हैं। हालांकि, इन पेय के बीच चयन करने से पहले इनके फायदे और पोषण संबंधी जानकारी को ध्यान से पढ़ना चाहिए क्योंकि इनका पोषण मूल्य अलग हो सकता है।
छाछ
छाछ की पोषण संबंधी जानकारी
छाछ एक दही आधारित पेय है, जिसमें दूध के दो प्रकार के प्रोटीन होते हैं। ये खट्टे-दही के स्वाद वाली छाछ आंत के लिए जरूरी है और पाचन को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा छाछ में हड्डियों को मजबूत बनाने वाले खनिज भी होते हैं। 100 ग्राम छाछ में लगभग 40 कैलोरी, 1 ग्राम प्रोटीन, 2 ग्राम वसा और 2 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होते हैं।
कांजी
कांजी के फायदे
कांजी एक खट्टे स्वाद वाला पेय है, जो राई के बीजों से बनाया जाता है। यह आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है। इसके अलावा कांजी में सूजन को कम करने वाले और शरीर को स्वस्थ रखने वाले गुण होते हैं, जो कई तरह की बीमारियों से बचाव में मदद कर सकते हैं। 100 ग्राम कांजी में लगभग 33 कैलोरी, 0.1 ग्राम चर्बी, 1 ग्राम प्रोटीन और 7 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होते हैं।
चयन
छाछ और कांजी में से किसका सेवन पाचन के लिए है बेहतर?
छाछ और कांजी दोनों ही पाचन के लिए लाभदायक पेय हैं, लेकिन छाछ में ज्यादा पोषक तत्व होते हैं, जो इसे कांजी की तुलना में ज्यादा फायदेमंद बनाते हैं। इसका कारण है कि कांजी में नमक की अधिकता होती है, जो पाचन को प्रभावित कर सकता है। इसलिए अगर आपको पाचन संबंधी समस्याएं हैं तो छाछ का सेवन करना बेहतर होगा। इसके अलावा गर्मियों में छाछ का सेवन शरीर को ठंडक पहुंचाने में भी मदद कर सकता है।
सेवन
क्या रोजाना छाछ या कांजी का सेवन करना चाहिए?
छाछ और कांजी का सेवन नियमित रूप से नहीं करना चाहिए क्योंकि इनमें मौजूद तत्वों की अधिक मात्रा स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। इसलिए इनका सेवन संतुलित मात्रा में ही करें। इसके अलावा घर पर इनका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें, खासतौर से अगर आप किसी खास बीमारी या संक्रमण से जूझ रहे हैं तो डॉक्टर से पूछे बिना इनका सेवन न करें।